बिहार में कागजों पर चल रहा थाना, 2 इंस्पेक्टर समेत 17 पुलिस कर्मियों को ढूंढ रही जनता; सामने आया अजीबोगरीब मामला
भोजपुर जिले के कोईलवर-छपरा फोरलेन पर स्थित बबुरा थाने की स्थापना को बिहार सरकार के गृह विभाग ने मंजूरी दी थी लेकिन कई महीनों बाद भी यह थाना अपना आकार नहीं ले पाया है और न ही कोई कार्य शुरू हो पाया है। इस थाने के लिए दो एसआई दो एएसआई दो हवलदार 10 सिपाही और एक चालक सिपाही की पदस्थापना की गई है।
राकेश कुमार तिवारी, बड़हरा (आरा)। इलाके में थाना की संख्या तथा पुलिस बलों की संख्या बढ़ने से उस क्षेत्र के आम लोगों में साकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। विधि-व्यवस्था, सुरक्षा व आपातकालीन सेवा को लेकर लोग आशान्वित रहते हैं।
इन्हीं उद्देश्यों के लिए भोजपुर जिला के कोईलवर-छपरा फोरलेन के अति संवेदनशील इलाके में बबुरा थाना की स्वीकृति बिहार सरकार के गृह विभाग ने दिया था। इसकी औपचारिक घोषणा के महिनों बीत जाने के बाद भी बबुरा थाना न तो अपना आकार ले सका है, और ना ही कोई कार्य प्रारंभ हो सका है।
बताया जा रहा है कि इस नवसृजित थाना के लिए दो एसआई, दो एएसआई, दो हवलदार, 10 सिपाही व एक चालक सिपाही की पदस्थापना भी की गई है। बावजूद यह थाना आश्रय (भवन) के बिना खुद ही बेसहारा है।
फोरलेन पर जाम की समस्याएं, सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि, जाम में फंसकर बेहाल होते स्कूली बसों के विद्यार्थी, घंटों जाम से जद्दोजहद करते एम्बुलेंस के बेहाल मरीजों का हाल समझने व सहायता करने वाला कोई नहीं। बबुरा में थाना की स्थापना से लोगों में जगी आशा की किरण धुंधली पड़ रही है।
बबुरा ओपी को थाना में उत्क्रमित करने का आदेश
बिहार सरकार के गृह विभाग (आरक्षी शाखा) के आदेश संख्या - 2349/ 23 फरवरी 2024 के आलोक में बबुरा ओपी को उत्क्रमित कर पूर्ण थाना बनाने की स्वीकृति दी गई है। हालांकि इस आदेश के पूर्व बबुरा ओपी भी कागजों में ही था। ओपी का कार्यकलाप चेकपोस्ट के जरीये चल रहा था।बबुरा थाना के पोषक क्षेत्र
बबुरा थाना के अंतर्गत बड़हरा प्रखंड के तीन पंचायत पूर्वी बबुरा, पश्चिमी बबुरा व विशुनपुर के सभी गांवों तथा कोईलवर प्रखंड के दो पंचायतों राजापुर व मथुरापुर के सभी गांवों को शामिल करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। इस थाना को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-टू तथा पुलिस निरीक्षक कोईलवर अंचल के नियंत्रण आधीन रखा जाना है।
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