Bihar By Election: बिहार की इस विधानसभा सीट पर कभी नहीं जीत सकीं महिलाएं, काफी मशक्कत के बाद भी नहीं मिली सफलता
Tarari By Election 2024 भोजपुर की तरारी विधानसभा सीट पर अभी तक कोई महिला विधायक नहीं बन पाई है जबकि मतदाताओं में उनकी संख्या आधी है। कई महिलाएं अन्य विधानसभा क्षेत्रों से विधायक बनी हैं लेकिन तरारी में महिलाओं को अभी तक सफलता नहीं मिली है। हालांकि आगामी उपचुनाव में महिलाओं के विधायक बनने की संभावना है। लेकिन इस सीट पर फिर कड़ी टक्कर होने की संभावना है।
धर्मेंद्र कुमार सिंह, आरा। Ara News: भोजपुर में महिलाओं को भले ही बराबरी का दर्जा देने के लिए सरकार और समाज के स्तर से कई प्रकार के प्रयास हो रहे हैं। वहीं इन सभी प्रोत्साहनों का लाभ उठाकर महिलाएं अब लंबी छलांग भी लग रही है, परंतु इन सब के बावजूद भी आधी आबादी की तरफ से कोई भी महिला तरारी विधानसभा से अब तक विधायक नहीं बन पाई है।
भले ही यहां मतदाताओं के रूप में इनकी तादाद लगभग आधी या पुरुष मतदाताओं के बराबर ही है। इसके बावजूद भी आदि आबादी इस मामले में पिछड़ रही है।
जिले के आरा, बड़हरा, शाहपुर, संदेश, सहार और पीरो विधानसभा क्षेत्र से एक-एक बार नहीं बल्कि कई-कई बार महिलाओं ने विधायक बन कर अपना परचम लहराया है, परंतु नए परिसीमन के बाद तरारी से अब तक कोई भी महिला विधानसभा में नहीं पहुंच पाई है।
ऐसा नहीं है कि यहां की महिलाओं ने प्रयास नहीं किया है, परंतु अब तक तरारी विधानसभा में तीन-तीन बार विधानसभा चुनाव होने के बाद भी ये लोग विधानसभा का सदस्य बनने में असफल रह गई है। हालांकि, इस बार के उप चुनाव में महिलाओं के विधायक बनने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब देखना है की किसी पार्टी के द्वारा या निर्दलीय कितनी महिला प्रत्याशी मुकाबले में उतरती हैं।
वर्ष 2015 के चुनाव में गीता ने सुदामा को दी थी कड़ी टक्कर
ऐसा नहीं है कि इस विधानसभा क्षेत्र से महिला प्रत्याशी चुनाव जीतने का प्रयास नहीं कर रही है। वैसे तो सभी वर्ष 2010, 2015 और 2020 के चुनाव में महिला प्रत्याशियों ने अपना अपना भाग्य आजमाया था, परंतु वर्ष 2015 का विधानसभा चुनाव कुछ अलग ही था। इस चुनाव में गीता पांडे ने सुदामा प्रसाद को कड़ी टक्कर दी थी गीता पांडे को जहां 43 778 मत मिले थे, वहीं सुदामा प्रसाद 44050 मत लाकर किसी प्रकार अपनी जीत 272 वोट से दर्ज की थी। इस चुनाव में महिला प्रत्याशी ने कड़ी टक्कर देकर पूरे जिले में हलचल मचाते हुए यह एहसास कर दिया था कि हम महिलाएं भी किसी से पीछे नहीं है।अब तक तरारी से इन पुरुष प्रत्याशियों ने पाई सफलता
वर्ष चुने गए विधायक2010 सुनील पांडे2015 सुदामा प्रसाद2020 सुदामा प्रसाद
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