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Ara News: आरा के नए डीएम का रौद्र रूप, 6 सीनियर अफसरों का काटा वेतन; दो दिन के अंदर मांगा जवाब

आरा में डीएम के एक्शन से हड़कंप मच गया है। दरअसल ड्यूटी से गायब रहे छह अफसरों और आठ कर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। इसके साथ डीएम ने सभी लापरवाह अधिकारियों से दो दिन में जवाब भी मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर निलंबन की कार्रवाई भी हो सकती है। बता दें कि डीएम ने एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया है।

By dharmendra kumar singh Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 17 Sep 2024 08:55 AM (IST)
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आरा के डीएम तनय सुल्तानिया। फोटो- सोशल मीडिया

जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले में कार्यालय से गायब रहना अफसर और कर्मियों को अब महंगा पड़ने लगा है। नए डीएम तनय सुल्तानिया ने कार्यभार संभालने के साथ प्रखंड-अनुमंडल से लेकर जिला मुख्यालय तक सभी कार्यालय का निरीक्षण करवाना शुरू कर दिया है।

इनके द्वारा गठित धावा दल के द्वारा 13 और 14 सितंबर को हुई जांच के दौरान छह अफसर समेत आठ कर्मी गायब मिले। इन सभी के खिलाफ डीएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक दिन का वेतन बंद करने के साथ सभी से दो दिनों में स्पष्टीकरण की मांग की है।

पदाधिकारियों के खिलाफ लिखा गया है कि इस लापरवाही के कारण क्यों नहीं आप सभी के विरुद्ध विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा जाए। डीएम की इस कार्रवाई के बाद लापरवाह पदाधिकारी और कर्मियों में हड़कंप मच गया है।

13 और 14 सितंबर को हुई थी जांच

13 और 14 सितंबर को हुई कार्यालय की जांच के दौरान पीरो में सबसे ज्यादा तीन अफसर और छह कर्मी गायब थे। अफसर में पीरो के सीओ, सीडीपीओ व बीपीआरओ समेत छह कर्मी में रविराज कुमार और जितेंद्र नारायण सिंह लिपिक, रामबाबू शर्मा डाटा एंट्री आपरेटर, मो. नूर वारसी कार्यपालक सहायक, जनेश्वर पांडे प्रधान सहायक और राजेश कुमार कार्यपालक सहायक शामिल हैं।

गड़हनी में एमवाईसी, सीडीपीओ और प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी के साथ-साथ शकुंतला कुमारी पर्यवेक्षिका और मुकेश कुमार डाटा इंट्री आपरेटर शामिल है। 13 सितंबर को पीरो में एसडीओ और 14 सितंबर को गड़हनी में बीडीओ के द्वारा जांच में ये सभी गायब मिले थे।

इसकी रिपोर्ट डीएम को किए जाने के बाद रविवार को डीएम ने इन सभी के खिलाफ वेतन बंद करने के साथ स्पष्टीकरण की कार्रवाई की है।

हाल के दिनों में कार्यालय से गायब रहने की बनी परंपरा

भोजपुर जिले में हाल के समय में प्रखंड-अनुमंडल और जिला मुख्यालय स्तर के पदाधिकारी तथा कर्मचारियों के गायब रहने की मानो परंपरा बन गई थी। नए डीएम ने आने के साथ इन सभी पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है।

कार्यालय में पदाधिकारी और कर्मियों के नहीं रहने के कारण आम जनता का कार्य प्रभावित होने के साथ विकास कार्य पर इसका असर पड़ता है। डीएम ने बताया कि कार्यालय नहीं आने वालों के खिलाफ और बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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