डेढ़ लाख रुपये पेंशन से अच्छी जिंदगी जी रहे शिक्षक, VKS यूनिवर्सिटी के पेंशनभोगियों पर हर महीने 215.84 करोड़ खर्च
वीकेएस विश्वविद्यालय के कुल 1812 पेंशनभोगियों के भुगतान पर हर महीने 215.84 करोड़ रुपये खर्च हाे रहा। 7वां वेतन आयोग के तहत सुविधा पाकर रिटायर होने वाले सहायकों को करीब 65 हजार पेंशन मिल रहा है। जबकि प्रोफेसरों को एक लाख 55 हजार और छठे वेतन आयोग का लाभ पाकर सेवा निवृत्त प्रोफेसरों को एक लाख 35 हजार रुपये पेंशन मिल रहा है।
राणा अमरेश सिंह, आरा। महाराजा काॅलेज से सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य गांधी जी राय 81 वर्ष के हैं, रोज सुबह उठकर दो ग्लास गर्म पानी पीते हैं, फिर आधे घंटे योग कर बागवानी करते हैं, नाश्ते में अंकुरित मूंग और पपीता का सेवन करते हैं। इसी का असर है कि इस उम्र में भी वे हमेशा तरोताजा दिखते हैं।
संयमित जीवन शैली से जी रहे अच्छा जीवन
अच्छी जीवनशैली और खानपान से बढ़ती उम्र में भी स्वस्थ्य रहने वाले वह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के इकलौते शिक्षक नहीं है। महाराजा काॅलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. सुरेंद प्रसाद सिंह व एमवी कालेज, बक्सर के पूर्व प्राचार्य प्रो. गौरंग रंजन सहाय भी 85 साल से ज्यादा उम्र के हैं, लेकिन संयमित जीवन शैली से स्वस्थ्य जीवन जी रहे हैं।
महाराजा काॅलेज आरा के पूर्व प्राचार्य 81 वर्षीय गांधी जी राय।
विश्वविद्यालय के पेंशन डेटा से हुआ यह खुलासा
विश्वविद्यालय का पेंशन डेटा भी उक्त तथ्यों को प्रमाणित करते हैं। वीकेएसयू में पढ़ाने वाले प्रोफेसर अपने मातहत बाबुओं से ज्यादा दीघार्यु हो रहे हैं। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का जीवन तो और भी कम हो रहा है।विश्वविद्यालय का पेंशनभोगी आंकड़े के अनुसार, 85 वर्ष से अधिक उम्र के 27 शिक्षक हैं। दूसरी ओर 85 वर्ष की सीमा लांघने वाले सहायक पेंशनभोगी एक भी नहीं हैं।80 वर्ष आयु वर्ग के 58 शिक्षक हैं, लेकिन इस उम्रवर्ग में सेवानिवृत्त सहायकों की संख्या केवल 18 है। जबकि, संख्या में शिक्षकेत्तर पेंशनभोगियों की संख्या ज्यादा है।
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