भोजपुर में 175 किलोमीटर पथ की मरम्मत का मामला पहुंचा हाईकोर्ट
भोजपुर में शाहाबाद पथ प्रमंडल के अंतर्गत ओपीआरएमसी में शामिल वजूद तलाशती 32 किलोमीटर लंबी आरा- खैरा- सहार पथ के कारण पैकेज में शामिल जिले की कुल 175 किलोमीटर पथ के रख- रखाव और मरम्मत का मामला संवेदक एवं विभाग के बीच फंस गया है।
आरा। भोजपुर में शाहाबाद पथ प्रमंडल के अंतर्गत ओपीआरएमसी में शामिल वजूद तलाशती 32 किलोमीटर लंबी आरा- खैरा- सहार पथ के कारण पैकेज में शामिल जिले की कुल 175 किलोमीटर पथ के रख- रखाव और मरम्मत का मामला संवेदक एवं विभाग के बीच फंस गया है। पूरी तरह से उखड़ चुकी आरा- खैरा- सहार पथ का पिछले 1 वर्ष से रख- रखाव और मरम्मत करते आ रहे संवेदक रंजीत कंस्ट्रक्शन ने आजीज आकर जब इस पथ का मरम्मत करने से हाथ खड़ा किया तो विभाग ने संवेदक को डीवार(संवेदक अगली निविदा में भाग नहीं लेगा) करते हुए पैकेज में शामिल सभी पदों का निविदा रद करने की चेतावनी का नोटिस थमा दिया। संवेदक इस मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंच गया, और अब पैकेज में शामिल पथों की मरम्मत का मामला उलझ गया।
हालांकि विभाग ने पैकेज 34 बी में शामिल जिले की कुल 175 किलोमीटर सड़क की निविदा रद्द नहीं किया है, लेकिन कागजी लड़ाई के कारण सभी पथों के रख रखाव और मरम्मत का मामला पूरी तरह उलझ गया है। बता दें कि पैकेज में जिले की कुल नौ प्रमुख सड़कें शामिल है। इस पैकेज में शामिल पथों के रख रखाव और मरम्मत के लिए विभाग ने संवेदक के साथ 110 करोड़ रुपये का एग्रीमेंट सात वर्षों के लिए पिछले वर्ष किया था। कार्यपालक अभियंता जितेन्द्र कुमार ने कहा कि कार्य के विरुद्ध संवेदक को लगभग 20 करोड़ का भुगतान किया गया है। संवेदक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की पुष्टि कार्यपालक अभियंता ने की।