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Lok Sabha Election 2024: 72 सालों में कितनी हुई वोटरों की संख्या? साल दर साल इतने बढ़े मतदाता

पटना-शाहाबाद शाहाबाद और अब आरा लोकसभा चुनाव क्षेत्र में जब से लोकसभा चुनाव होना शुरू हुआ तो यहां तब से लेकर अब तक लगभग साढ़े छह गुणा मतदाताओं की संख्या बढ़ी है और इस क्षेत्र में पहला आम चुनाव 72 वर्ष पहले 1952 से शुरू हुआ था। बता दें कि 1952 से लेकर अब तक लगभग 17 आम चुनाव हो चुके हैं।

By Kanchan Kishore Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Fri, 29 Mar 2024 03:39 PM (IST)
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72 सालों में कितनी हुई मतदाताओं की संख्या (फाइल फोटो)
धर्मेंद्र कुमार सिंह, आरा। Voters Numbers: पटना-शाहाबाद, शाहाबाद और अब आरा लोकसभा चुनाव क्षेत्र में जब से आम चुनाव होना प्रारंभ हुआ तब से लेकर अब तक लगभग साढ़े छह गुणा मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। इस क्षेत्र में पहला आम चुनाव 72 वर्ष पूर्व 1952 से शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक लगभग 17 आम चुनाव हो चुके हैं।

इस दौरान 1952 के पहले आम चुनाव में जहां मतदाताओं की संख्या 2,87,272 थी वह अब सात गुणा बढ़ाते हुए 21,56,048 पर पहुंच गई है। इस प्रकार भोजपुर जिले के पहले चुनाव से लेकर इस बार के चुनाव तक कुल मतदाताओं की संख्या में 18,68,772 का इजाफा हो गया है।

पिछले तीन चार आम चुनाव में तेजी से बढ़ी मतदाताओं की संख्या

वैसे आमतौर पर देखें तो यह वृद्धि दर 90,000 से शुरू होकर 2.70 लाख तक पांच वर्ष पर होने वाले आम चुनाव में देखने को मिली है। प्रारंभ में मतदाताओं के बढ़ने की रफ्तार काफी धीमी थी परंतु हाल के तीन चार आम चुनाव में इसकी संख्या तेजी से बढ़ी है।

हर साल बढ़े एक लाख मतदाता

शुरू से लेकर इस बार हो रहे 18वें आम चुनाव तक 18 लाख से ज्यादा मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मतदाताओं के बढ़ाने की एवरेज रफ्तार हर चुनाव में लगभग एक लाख की है।

दूसरी तरफ भारत निर्वाचन आयोग के चुनावी डाटा पर गौर करें तो एक तरफ जहां मतदाताओं की संख्या 2004 के चुनाव के बाद तेजी से बढ़ी है, वही उसके बाद मतदान के प्रतिशत में भी काफी इजाफा हुआ है।

महज तीन आम चुनाव में ही बढ़े आठ लाख मतदाता

पटना-शाहाबाद और उसके बाद केवल शाहाबाद तथा अब आरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में महज तीन चुनाव में ही आठ लाख से ज्यादा मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। चुनावी डाटा पर गौर करें तो वर्ष 2004 में लगभग 12.85 लाख मतदाताओं की संख्या थी, जो वर्ष 2009 में 15.55 लाख, 2014 में 18.24 लाख और 2019 में रिकॉर्ड 20.89 लाख हो गई।

इस तरह से 2009 और 2014 के आम चुनाव में 2.69 लाख और 2.69 लाख के रफ्तार से तथा वर्ष 2019 में 2.64 लाख के रफ्तार से मतदाताओं की संख्या बढ़ी है जो अपने आप में एक रिकार्ड है। इस बार के चुनाव में पिछले चुनाव से 66 हजार ज्यादा वोटर बढ़े हैं।

चुनावी वर्ष में वोटरों की संख्या

1952- 287272

1957- 376683

1962- 415615

1967- 553603

1971- 602036

1977- 717235

1980- 829450

1984- 890008

1989- 1060759

1991- 1070495

1996- 1101975

1998- 1117509

1999- 1121825

2004- 1285969

2009- 1555122

2014- 1824515

2019- 2089353

2024- 2156048

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