Move to Jagran APP

Bihar News: महागठबंधन को एक और झटका! हत्याकांड मामले में कोर्ट ने इस विधायक को सुनाई आजीवन कारावास की सजा

भोजपुर जिले के अजीमाबाद थाना क्षेत्र के बड़गांव गांव में घटित किसान जय प्रकाश सिंह की हत्या के मामले में मंगलवार को कोर्ट ने अगिआंव के भाकपा-माले विधायक मनोज मंजिल समेत 23 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सुनवाई के दौरान साक्ष्य पाए जाने पर उपरोक्त सजा सुनाई गई। सजा के बिंदुपर फैसले के बाद माले विधायक समेत सभी दोषी आरोपितों को कस्टडी में ले लिया गया।

By Deepak Singh Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 13 Feb 2024 03:44 PM (IST)
Hero Image
महागठबंधन को एक और झटका! हत्याकांड मामले में कोर्ट ने इस विधायक को सुनाई आजीवन कारावास की सजा

जागरण संवाददाता, आरा। MLA Manoj Manzil भोजपुर जिले के अजीमाबाद थाना क्षेत्र के बड़गांव गांव में घटित किसान जय प्रकाश सिंह की हत्या के मामले में मंगलवार को स्थानीय व्यवहार न्यायालय के एडीजे तृतीय सत्येंद्र सिंह ने अगिआंव के भाकपा-माले विधायक मनोज मंजिल समेत 23 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई के दौरान साक्ष्य पाए जाने पर उपरोक्त सजा सुनाई गई। सजा के बिंदु पर फैसले के बाद मिले विधायक समेत सभी दोषी आरोपितों को कस्टडी में ले लिया गया है।

भाकपा-माले के विधायक मनोज मंजिल। फोटो- एक्स

बता दें कि मनोज मंजिल साल 2020 में पहली बार महागठबंधन की टिकट पर चुनाव लड़ें थे और जीत भी दर्ज की थी। नामांकन के समय गिरफ्तारी भी हुई थी। बाद में जमानत पर बाहर आए थे।

नौ साल पूर्व हुई थी किसान की निर्मम हत्या

अजीमाबाद थाना क्षेत्र के बड़गांव में विगत 20 अगस्त 2015 को हुई माले नेता सतीश यादव की हत्या के बाद जेपी सिह की हत्या हुई थी। इस घटना के बाद चौरी थाना क्षेत्र के बेरथ पुल के समीप नहर किनारे से शव बरामद किया गया था। शव बरामद किए जाने के बाद शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी।

कोर्ट के फैसले के बाद विधायक मनोज मंजिल को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस। फोटो- जागरण

इस मामले में जेपी सिंह के पुत्र के बयान पर 23 नामजदों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराई गुई थी। जिसे लेकर कोर्ट में ट्रायल चल रहा था। मंगलवार को सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए तिथि निर्धारित की गई थी।

पहले इनौस नेता और फिर माले के टिकट पर बने विधायक, नामांकन के समय ही हुए थे गिरफ्तार

तरारी थाना के कपुरडिहरा गांव निवासी मनोज मंजिल ने इनौसा और फिर भाकपा-माले से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में अगिआंव (सुरक्षित सीट) राजद से टिकट बंटवारे में भाकपा-माले के खाते में गई थी। भाकपा-माले ने इनौस नेता मनोज मंजिल को अपने उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा था।

कचहरी रोड में विरोध-प्रदर्शन करते भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद समेत पार्टी के अन्य नेतागण। फोटो- जागरण 

सात अक्टूबर 2020 को महागठबंधन उम्मीदवार मंजिल के नामांकन को लेकर पीरो में पहले से जाल बिछाया गया था। उस दिन संध्या समय करीब साढ़े पांच बजे भाकपा-माले उम्मीदवार मनोज मंजिल नामांकन करने पहुंचे थे। नामांकन कर निकलते ही पुलिस ने उन्हें अंदर ही गिरफ्तार कर लिया था। बाद में जमानत पर बाहर आए थे। पवना थाना से जुड़े केस में उस समय गिरफ्तारी हुई थी। गिरफ्तारी वारंट निर्गत था।

इन्हें मिली सजा

कपूरडीहरा गांव निवासी विधायक मनोज मंजिल, नारायणपुर थाना अंतर्गत कुर्मी चक निवासी चंद्रधन राय, अजीमाबाद थाना अंतर्गत खेड़ी गांव निवासी जयकुमार यादव एवं नंदू यादव अजीमाबाद थाना अंतर्गत बड़गांव गांव निवासी चीना राम, भरत राम, त्रिलोकी राम, प्रभु चौधरी, रामानन्द प्रसाद, टनमन चौधरी, मनोज चौधरी, सर्वेश चौधरी, पवन चौधरी, नन्द कुमार चौधरी, रामबली चौधरी, गुड्डू चौधरी,गबर चौधरी, प्रेम राम,बबन चौधरी, रामाधार चौधरी,रवीन्द्र चौधरी, शिवबली चौधरी व रोहित चौधरी।

ये भी पढ़ें- Rohtas News: शराब की तलाश में छापामारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर हमला, तीन पुलिसकर्मी घायल

ये भी पढ़ें- Bihar Crime: गोपालगंज के AIMIM जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या, आरोपियों को पकड़ने के लिए एसआइटी गठित

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।