लापरवाही! नर्स ने 6 महीने के बच्चे के शरीर में छोड़ी इंजेक्शन की निडिल, करना पड़ा ऑपरेशन
बिहार के एक सरकारी अस्पताल में लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। टीकाकरण के दौरान एक नर्स ने कथित तौर पर छह माह के बच्चे के शरीर में निडिल ही छोड़ दी। महिला को इसकी जानकारी बच्चे को तेल मालिश करने के दौरान हुई। इस घटना ने चिकित्सा व्यवस्था की गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
संवाद सूत्र, बिहिया। डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन के दौरान पेट में कैंची-छुरी छोड़ने के किस्से अक्सर सुने जाते हैं, लेकिन बिहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का अनोखा मामला सामने आया है। यहां कार्यरत एक नर्स ने कथित तौर पर टीकाकरण के दौरान एक छह माह के बच्चे के शरीर में निडिल ही छोड़ दी।
महिला को इसकी जानकारी बच्चे को तेल मालिश करने के दौरान हुई। वह बच्चे को तुरंत निजी क्लीनिक में ले गई, जहां ऑपरेशन से बच्चे के शरीर से निडिल को बाहर निकाला गया। टीकाकरण गत 19 जुलाई को खाखोबांध गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर हुआ था।
मामले को लेकर महिला बच्चे के साथ सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।
क्या है पूरा मामला?
बक्सर जिले के रघुनाथपुर अंतर्गत बुनियादी डेरा गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार की पत्नी मंजू उर्फ बेबी देवी बिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबांध गांव में अपने मायके आई थी। उसी दौरान गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर टीकाकरण कैंप में शिशु आदित्य कुमार का टीकाकरण कराया।
बताया गया कि जब नर्स टीका लगा रही थी तभी निडिल टूटकर बच्चे के शरीर में ही रह गया। हालांकि, तब जानबूझकर या अनजाने में नर्स ने इसकी जानकारी बच्चे की मां को नहीं दी। घर में तेल मालिश के दौरान बच्चे के जोर-जोर से रोने और निडिल वाली जगह पर कुछ फंसे होने का एहसास होने के बाद महिला सतर्क हुई और तुरंत प्राइवेट क्लीनिक पहुंची।
क्लीनिक में एक्सरे किया गया और निडिल शरीर में फंसा हुआ दिखा। ऑपरेशन से बच्चे के कुछ ठीक होने के बाद महिला ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से इसकी शिकायत की। प्रभारी डॉ. अनिल ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी तथा दोषी पाए जाने पर नर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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