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महिला बिल के खिलाफ आरक्षण संघर्ष समिति ने आरा में दिया धरना, समाजवादी नेता त्रिवेणी सिंह ने भाजपा सरकार को चेताया

महिला आरक्षण बिल के विरोध में आरा में आरक्षण संघर्ष समिति ने एक दिवसीय धरना दिया। जिसमें वक्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार को दलित और पिछड़ा विरोधी करार दिया । साथ ही पूरे बिहार में आंदोलन करने की चेतावनी दी। पीरो से पूर्व राजद उम्मीदवार रह चुके त्रिवेणी सिंह ने कहा कि भाजपा ने चालाकी से लोकसभा में 184 सीट सवर्ण वर्गों के लिए आरक्षित कर दिया।

By Jagran NewsEdited By: Ajay SinghUpdated: Wed, 18 Oct 2023 07:48 PM (IST)
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प्रमुखता से उठाई महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण में जाति आधारित हिस्सेदारी की मांग

जासं, आरा: बुधवार को जिला समाहरणालय के समक्ष आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर समिति के संयोजक नन्द किशोर यादव की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा व विधानसभा में मौजूदा महिला आरक्षण में ओबीसी, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाओं को मिले 33 प्रतिशत आरक्षण में जाति आधारित हिस्सेदारी सुनिश्ति करने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। साथ ही राष्ट्रीय स्तर जातीय गणना कराने, नई शिक्षा नीति को समाप्त करने, राष्ट्रीय न्यायिक सेवा आयोग का गठन कर आबादी का अनुपातिक आरक्षण लागू करने आदि मांगो को भी उठाया गया।

केंद्र की भाजपा सरकार पिछड़ा और दलित विरोधी: त्रिवेणी सिंह

धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी नेता त्रिवेणी सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दलित और पिछड़ा विरोधी है। त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल संसद में पारित कराया वो यह दर्शाता है कि भाजपा दलित और पिछड़ों का हकमारी करना चाहती है। उन्होंने लोगों से अपील की अब चुप बैठे रहने का समय नहीं है।

पीरो से पूर्व राजद उम्मीदवार रह चुके त्रिवेणी सिंह ने कहा कि भाजपा ने चालाकी से लोकसभा में 184 सीट सवर्ण वर्गों के लिए आरक्षित कर दिया, क्योंकि 33 फीसदी महिला आरक्षण लागू होने पर 184 लोकसभा की सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। लेकिन इन सीटों पर दलित और पिछड़े वर्ग से महिलाएं नगण्य चुनकर आएंगी। क्योंकि धनबल और बाहुबल के आधार पर राजनीतिक पार्टियां महिलाओं को टिकट देंगी और यह सर्वविदित है कि किस वर्ग के पास धनबल और बाहुबल होता है।

धरना में मौजूद नेताओं ने 2024 में केंद्र से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। साथ ही पूरे बिहार में चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी।

धरना कार्यक्रम का संचालन रघुबर चन्द्रवंशी ने किया। सम्बोधित करने वालों में नाथू राम चन्द्रवंशी, शेषनाथ यादव, ज्ञान चंद कुशवाहा, मंटू शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष आशा पासवान, जाकिर हुसैन, अमरदीप ब्यास, पूर्व जिला पार्षद मालिक यादव, सत्यनारायण यादव, अजय यादव आदि शामिल थे।