Bhojpur Crime: भोजपुर में भूमि विवाद को लेकर बाइक सवार दो सगे भाइयों को गोली मारी, एक की मौत
Bhojpur Crime बिहार के भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र में सोमवार को एक दर्दनाक घटना घटी। यहां हथियारबंद बदमाशों ने बाइक सवार दो सगे भाइयों पर गोली चला दी। इस घटना में एक भाई की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश कर रही है। मामला भूमि विवाद से जुड़ बताया गया है।
जागरण टीम, आरा/सहार। भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के पेरहाप गांव में सोमवार की सुबह करीब आठ बजे हथियार बंद बदमाशों ने बाइक सवार दो सगे भाइयों को गोली मार दी। जिसमें एक की मौत हो गई।
हमलावर तीन-चार की संख्या में थे। मृतक 50 वर्षीय कमलेश राय पेरहाप गांव निवासी गोविंद चार्य के पुत्र थे। वह पेशे से किसान थे । मृतक के शरीर पर तीन-चार जगह गोली के जख्म के निशान मिले हैं।
हमले में गोली से घायल मृतक के छोटे भाई मनोरंजन राय का इलाज सहार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चल रहा है। पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की तफ्तीश कर रहे हैं।
एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंच जांच कर रही है। हत्या करने का आरोप अपने ही पट्टीदार से जुड़े लोगों पर है।
पांच माह पूर्व भी कमलेश राय और उनके पुत्र आदित्य को गोली मारी गई थी। इससे आदित्य की मौत हो गई थी। बेटे की हत्या से जुड़े मामले में मृतक कमलेश राय सूचक भी थे।
घर से कोर्ट जाने के लिए निकले थे तभी वारदात
बताया गया है कि पेरहाप गांव निवासी कमलेश राय घर से सिविल कोर्ट आरा जाने के लिए निकले थे। साथ में बैग भी था। वे अपने छोटे भाई मनोरंजन राय के साथ बाइक पर सवार होकर वाहन स्टैंड से गाड़ी पकड़ने जा रहे थे।
बाइक के पीछे बेठे थे तभी रास्ते में घात लगाए हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हमला कर दिया। कमलेश राय को गोली लगी और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
कमलेश के छोटे भाई मनोरंजन राय इस दौरान घायल हो गए। आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए सहार पीएचसी लाया गया। सूचना मिलते पर सहार, चौरी तथा अजीमाबाद समेत अन्य थानों की पुलिस वहां पहुंच गई।
पांच माह पूर्व भी मारी गई थी गोली, बेटे की हो गई थी मौत
आपको बताते चलें कि 15 अप्रैल 2024 को भी हथियारबंद बदमाशों ने ने पेरहाप निवासी कमलेश राय और उनके पुत्र आदित्य कुमार को गोली मारी थी। इस वारदात में आदित्य की मौत हो गई थी। कमलेश इस दौरान घायल हुए थे।
घायल पिता कमलेश के बयान पर ही करीब 13 नामजद और तीन-चार अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई थी । पुलिस ने करीब चार-पांच आरोपितों को जेल भेजा था। एक-दो अन्य फरार आरोपितों के विरुद्ध कुर्की भी हुई थी।