Bihar Crime News: शराब माफियाओं के हौसले बुलंद! ई-रिक्शा से शराब की बड़ी खेप बरामद, 2 लोग गिरफ्तार
भोजपुर में शराब की तस्करी का मामला सामने आया है। यहां एक ई-रिक्शा के जरिए बड़ी शराब की तस्करी की जा रही थी लेकिन पुलिस की नजर में ऑटो का तहखाना आ गया। इसके बाद पुलिस ईरिक्शा से 460 फ्रूटी पैक अंग्रेजी शराब के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर किया है। पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। इन दिनों इलाके में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। कार्रवाई से बचने के लिए तस्कर अब तस्करी अब तरीके बदल रहे हैं। एंबुलेंस, कचरा और भूसे के ट्रक में शराब तस्करी के बाद अब नया भोजपुर में शराब तस्करी के लिए एक अनोखा जुगाड़ सामने आया है।
यहां एक ई-रिक्शा में तहखाना बनाकर शराब तस्करी की जा रही थी, लेकिन पुलिस की नजर में ऑटो का तहखाना आ गया। इसके बाद पुलिस 460 फ्रूटी पैक अंग्रेजी शराब के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
पुलिस के तलाशी में उड़े होश
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक ब्लू व काले रंग की ई-रिक्शा में के तहखाने में शराब की बड़ी खेप कही पहुंचाने की तैयारी है।
इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और नया भोजपुर में रेलवे क्रॉसिंग के समीप वाहन चेकिंग के दौरान ई-रिक्शा को रोककर तलाशी ली गई, तो शराब की खेप देखकर पुलिस के होश उड़ गए और सीटों के नीचे बनाए गए तहखाने से 460 बोतल 8 पीएम अंग्रेजी शराब बरामद हुआ।
दोनों तस्करों की हुई पहचान
इस दौरान गिरफ्तार तस्करों की पहचान जिला मुख्यालय के सोहनी पट्टी निवासी गोलू वर्मा पिता मुन्ना वर्मा और जहानाबाद के सकुरवा थाना अंतर्गत बेदवली गांव निवासी राजू कुमार पिता जहेद प्रसाद के रूप में हुई है। दोनों तस्कर शराब की बड़ी खेप कही पहुंचाने की फिराक में थे, जिसे पुलिस के द्वारा दबोच लिया गया।
शराबबंदी कानून के तहत दर्ज की गई प्राथमिकी
गिरफ्तार तस्करों की निशानदेही पर पुलिस अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है। ओपी प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि शराबबंदी कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। इधर लगातार शराब की बड़ी खेप बरामदगी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है।
सबसे बड़ी सवाल यह कि शराब की बड़ी खेप यहां तक पहुंची कैसे? जबकि जिला के सीमा क्षेत्र में प्रवेश के सभी मार्गों पर पुलिस की न सिर्फ पैनी नजर है, बल्कि शराबबंदी के बाद ऐसे वाहनों पर निगाहबानी की जा रही है। शराब तस्करी को रोकने के लिए बिहार पुलिस के अलावा चेक पोस्ट और एलटीएफ टीम और उत्पाद विभाग की विशेष चौकसी है।
ये भी पढे़ं-