Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Bihar News: बक्सर से पटना जाने के लिए चुकानी होगी और ज्‍यादा कीमत, जल्‍द ही तीन जगहों पर लगेगा टोल टैक्‍स

Buxar News एनएच 922 को फाेरलेन बनाए जाने के बाद बक्सर से पटना का सफर अब आसान हो गया है। इसी एनएच के शेष बचे हिस्से बिहटा से दानापुर तक की सड़क को फोरलेन बना लिए जाने के बाद यह सफर और आरामदेह हो जाएगा लेकिन इसकी कीमत भी थोड़ी महंगी हो जाएगी। अभी बक्सर से कोईलवर तक दो जगह टोल टैक्स देना पड़ता है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Prateek JainUpdated: Fri, 17 Nov 2023 04:59 PM (IST)
Hero Image
बिहटा-दानापुर एलिवेटेड रोड का एलाइनमेंट। साभार : एनएचएआई

शुभ नारायण पाठक, बक्सर: एनएच 922 को फाेरलेन बनाए जाने के बाद बक्सर से पटना का सफर अब आसान हो गया है।

इसी एनएच के शेष बचे हिस्से बिहटा से दानापुर तक की सड़क को फोरलेन बना लिए जाने के बाद यह सफर और आरामदेह हो जाएगा, लेकिन इसकी कीमत भी थोड़ी महंगी हो जाएगी।

अभी बक्सर से कोईलवर तक दो जगह टोल टैक्स देना पड़ता है। आगे बिहटा से दानापुर के बीच भी एक टोल प्लाजा का प्रविधान योजना में है।

तीन जगह नए एलाइनमेंट पर बनेगी सड़क

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस रूट के लिए कंसल्टेंसी के जरिए रूट मैप और डीपीआर तैयार करवाया था। भूमि राशि पोर्टल पर उपलब्ध दस्तावेज के अनुसार यह रोड दानापुर रेलवे स्टेशन के पूरब पहले से स्थित दीघा-एम्स एलिवेटेड कारिडाेर से जुड़ते हुए शुरू होगा।

एनएच 922 के इस हिस्से की शुरुआत एलिवेटेड के तौर पर ही होगी और अधिकतर हिस्से का यही स्वरूप होगा। सड़क का ज्यादातर हिस्सा पुराने एलाइनमेंट पर ही गुजरेगा। पूरे रूट में तीन जगह नए एलाइनमेंट पर सड़क बनेगी।

कन्हौली और अख्तियारपुर में 1.800 किलोमीटर और नेउरागंज में 1.300 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड पुरानी सड़क के दक्षिण से होकर गुजरेगा। हंगामा वर्ल्ड और बिहटा चौक के बीच दानापुर साइड से 14.700 से 16.700 किलोमीटर के बीच टोल प्लाजा बनेगा।

करीब एक किलोमीटर फोरलेन सड़क तैयार

इस बीच करीब दो किलोमीटर सड़क एट ग्रेड यानी सतह पर बनेगी। इसी हिस्से में टोल प्लाजा भी बनेगा। सड़क के इस हिस्से की लंबाई करीब 20 किलोमीटर होगी। बक्सर से कोईलवर में सोन नदी पार करने के बाद बिहटा की तरफ करीब एक किलोमीटर तक सड़क को चार लेन में परिवर्तित किया जा चुका है।

बिहटा से दानापुर के बीच जमीन अधिग्रहण की बाधा के कारण यह सड़क अब तक चार लेन नहीं बनाई जा सकी। दरअसल, शुरुआती योजना में इस हिस्से को भी बक्सर से कोईलवर की तरह सतह पर ही चौड़ा किया जाना था, लेकिन पटना के पास की जमीन काफी कीमती होने के कारण भूस्वामी जमीन देने में आनाकानी कर रहे थे।

तब राज्य सरकार ने जमीन अधिग्रहण करने की बजाय एनएचएआई को इस हिस्से में एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव दिया। इस तरह की सड़क में लागत तो कई गुना बढ़ जाएगी, लेकिन जमीन अधिग्रहण की जरूरत कम पड़ेगी। नए एलाइनमेंट के लिए जरूरी जमीन अधिग्रहण का काम भी अभी पूरा नहीं हो सका है।

इधर, बीते साल निविदा में चयनित एजेंसी के काम नहीं शुरू करने के बाद इस बार दोबारा प्रक्रिया शुरू की गई है। नई कार्य एजेंसी के चयन की प्रक्रिया अब अंतिम दौर में है।

यह भी पढ़ें - मुंबई-दरभंगा स्पाइस जेट की फ्लाइट बोर्डिंग पास जारी करने के बाद हुई रद्द, यात्रियों ने एयरपोर्ट पर किया हंगामा

यह भी पढ़ें - बक्सर से पटना जाने में लगेंगे सिर्फ सवा दो घंटे, NH-922 के बिहटा खंड पर जल्द शुरू होगा काम; जानें लेटेस्ट अपडेट