बीपीएससी के संस्कृत शिक्षक अभ्यर्थी पिछले दो दिनों से बक्सर के एमपी हाईस्कूल का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी काउंसलिंग नहीं हो रही है। अभ्यर्थी का कहना है कि प्रदेश के अन्य जिलों में संगीत शिक्षकों की काउंसलिंग हो रही है तो यहां क्यों नहीं हो सकती है। अभ्यर्थियों का कहना था कि विभाग दो दिनों से उन्हें टाल रहा है।
By Rajesh TiwariEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 22 Oct 2023 09:43 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बक्सर। बिहार लोक सेवा आयोग के संस्कृत शिक्षक अभ्यर्थी बक्सर के एमपी हाईस्कूल का पिछले दो दिनों से चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी काउंसलिंग नहीं हो रही है।
शनिवार को यूपी के आजमगढ़ से पहुंचे एक अभ्यर्थी ने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों में संगीत शिक्षकों की काउंसलिंग हो रही है, तो यहां क्यों नहीं हो सकती है। अभ्यर्थी का कहना था कि विभाग दो दिनों से उन्हें टाल रहा है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि ऐसी बात नहीं है। काउंसलिंग सभी की होगी।
उन्होंने बताया कि संगीत शिक्षकों के मामले में मार्गदर्शन मांगा गया है। रविवार की शाम तक मार्गदर्शन मिल जाना चाहिए। उसके बाद इसकी काउंसलिंग की जाएगी।
18 अक्टूबर से हो रहा कागजातों का मिलान
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के कागजातों का मिलान 18 अक्टूबर से ही हो रहा है।
रविवार को अवकाश का दिन होने के बाद भी इस दिन भी शिक्षकों के कागजातों का मिलान किया गया। पहले दिन के बाद से बिहार लोक सेवा आयोग की वेबसाइट भी बेहतर काम कर रही है।
31 अक्टूबर तक चलेगी यह प्रक्रिया
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि यह प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक चलेगी। इस दौरान सभी के कागजातों का मिलान कर उनका योगदान ले लिया जाएगा। ततपश्चात, सभी को एक छोटी सी ट्रेनिंग दी जाएंगी और उसके बाद उन्हें संबंधित विद्यालय में भेज दिया जाएगा।
कागजात में मिली गड़बड़ी, तो देना होगा एफिडेविट
अगर फॉर्म भरते समय किसी अभ्यर्थी के किसी कागजात में गड़बड़ी हो गयी है, तो उसके लिए उसे कोर्ट का एफिडेविट देना होगा।
बक्सर के सदर प्रखंड क्षेत्र के नदांव के एक अभ्यर्थी के साथ ऐसा हुआ, तो वह आयोग के कार्यालय गया। वहां से उसे डीईओ से मिलने के लिए कहा गया। डीईओ से मिलने पर शपथपत्र देने की बात कही गयी।
चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के लिए सुबह 9:15 से मिलेगा कूपन
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। डीआरसीसी सिकंदरपुर में शिक्षक पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के हंगामे व अत्यधिक भीड़ को देखते हुए सत्यापन की प्रक्रिया में बदलाव का फैसला लिया गया है। अब काउंसलिंग के लिए पहले कूपन दिया जाएगा। उसके बाद अंदर जाने की अनुमति मिलेगी। 700 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का ही सत्यापन होगा। कक्षा 1 से 5, 9 से 10 व 11 से 12 के सफल अभ्यर्थियों के कागजात का सत्यापन 31 अक्टूबर तक होगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सुबह 9 बजकर 15 मिनट से कूपन वितरिण किया जाएगा। यह प्रतिदिन डीआरसीसी के पूर्वी गेट से जारी होगा। कूपन प्राप्त होने के बाद ही हाल में प्रवेश की अनुमिति दी जाएगी। अत्यधिक भीड़ का देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
इससे दूर-दराज से आने वाले अभ्यर्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। सर्वर की वजह से भी परेशानी हो रही है। अभ्यर्थी ने बताया कि कभी सर्वर के गायब होने तो कभी धीरे होने की वजह से सत्यापन की प्रक्रिया बाधित हो जा रही है।
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