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Buxar News: बक्सर को मिले 8 नए थाने, गांवों के लोगों को चक्कर लगाने से मिली मुक्ति; संसाधन की कमी बन रही समस्या

बक्सर के लोगों की परेशानी को देखते हुए यहां के 8 ओपी को अपग्रेड करते हुए पूर्ण थाने का दर्जा दिया गया। 8 नए थाने तो बन गए लेकिन यहां संसाधन की कमी देखी जा रही है। नए थाने के बनने से लोगों का चक्कर लगाने की झंझट खत्म हो गई है। कुछ पुलिस स्टेशन के पास एक भी महिला सिपाही नहीं है।

By Shubh Narayan Pathak Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sun, 25 Aug 2024 02:51 PM (IST)
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बक्सर को 8 नए थाने मिले (जागरण)
अशोक कुमार सिंह,  बक्सर। जिले के आठ ओपी को उत्क्रमित कर बीते दिनों पूर्ण थाना का दर्जा दे दिया गया। इससे आसपास के गांवों के लोगों को संबंधित थाने का चक्कर लगाने से मुक्ति मिल गई। अब नए थानों में ही प्राथमिकी और अन्य दस्तावेजी प्रक्रियाएं पूरी होने लगी हैं।

इसी के साथ अब तक ओपी के रूप में काम करते रहे नए थानों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। इसके कई सकारात्मक पहलू हैं। लेकिन इसमें एक बड़ी मुश्किल भी है। इन थानों को जरूरत के अनुसार मानव संसाधन और उपस्कर नहीं मिल पाए हैं। नए कानूनों के अनुरूप डिजिटल कामकाज के लिए नए थानों के पास कंप्यूटर और ऑपरेटर भी नहीं हैं। कुछ नए थानों के पास एक भी महिला सिपाही नहीं है।

ये हैं बक्सर के 8 नए थाने 

जिन ओपी को अपग्रेड किया गया है, वह सभी डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत आते हैं। इनमें सोनबरसा, वासुदेवा, नया भोजपुर, कृष्णाब्रह्म, नैनीजोर, चक्की, रामदास राय के डेरा और तिलक राय का हाता शामिल है। एसपी ने बताया कि फिलहाल ओपी के रूप में जो उनके पास संसाधन मौजूद थे, उन्हीं से काम कर रहे हैं।

संसाधन की कमी से थाने में नहीं हो रहा सही से काम

ओपी को थाने में अपग्रेड किए जाने का आदेश दो माह पहले ही आया था। इस बीच तीन दिन पहले सभी ओपी को थाना के रूप में काम करने की अधिसूचना भी जारी कर दी गई। लेकिन इन दो महीनों में नव उत्क्रमित थानों को संसाधन देने की कोई पहल नहीं हो सकी।

अब प्राथमिकी से लेकर चार्जशीट आदि सारे कार्य इन्हीं थानों से निष्पादित किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते बताया कि ओपी को थाने में अपग्रेड करने के साथ ही सभी का अलग-अलग क्षेत्र का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुछ के क्षेत्र में कुछ पंचायत बढ़ी हैं, तो कुछ ओपी की पंचायत घटाकर थाना बनने के बाद उसके कार्यक्षेत्र में दूसरी पंचायतों को जोड़ा गया है।

बारी-बारी सभी थानों में पदाधिकारी और कर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ बल की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा सभी थानों और क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसी कैमरा लगाया जाएगा, जिससे क्षेत्र पर नजर रखी जा सके। ओपी के रूप में आनलाइन प्राथमिकी की उनके पास कोई सुविधा नहीं थी। अब थाना हो जाने के बाद सभी सीसीटीएनएस की सेवा से जुड़ जाएंगे।

चक्की थाने के लिए बन रहा भवन

उदाहरण के लिए नव उत्क्रमित कृष्णाब्रह्म थाना में दो वाहन, एक थानाध्यक्ष, एक महिला सहित छह सब इंस्पेक्टर हैं। यहां सैप और जिला बल के दो-दो, गृहरक्षक 4, महिला सिपाही 2 और 19 चौकीदार हैं। थाना का अपना भवन पहले से है। चक्की थाने के पास तीन वाहन के लिए तीन चालक, नौ पदाधिकारी, छह जिला बल 6, चार गृह रक्षक और पांच चौकीदार हैं। थाने के लिए अपना भवन बन रहा है।

सभी नए थानों में अलग से कम्प्यूटर सेट और आपरेटर मुहैया कराए जाएंगे, जो प्राथमिकी और अन्य विवरण की आनलाइन प्रविष्टि करेंगे। धीरे-धीने इन थानों में पदाधिकारी और कर्मी की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

- मनीष कुमार, एसपी

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