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'सुशासन बाबू' के प्रशासन पर उठे सवाल; साहब गायब हैं या मीटिंग में गए? कोई बताने वाला तक नहीं

प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार मिश्रा का कार्यालय भी खाली था। कर्मचारी टेबल पर अनमने ढंग से बैठे थे। पूछने पर एक कर्मचारी ने बताया कि साहब मीटिंग में गए हैं। राजस्व अधिकारी सह अंचल अधिकारी रोहित अग्रवाल एक महीने के प्रशिक्षण में गए हैं। नवानगर के अंचल अधिकारी प्रभार में हैं और उन्हें भी मीटिंग में जाने की बात बताई गई।

By Jai Mangel PandeyEdited By: Rajat MouryaUpdated: Wed, 13 Dec 2023 05:11 PM (IST)
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'सुशासन बाबू' के प्रशासन पर उठे सवाल; साहब गायब हैं या मीटिंग में गए? कोई बताने वाला तक नहीं
संवाद सहयोगी, ब्रह्मपुर (बक्सर)। स्थानीय प्रखंड सह अंचल कार्यालय बुधवार की दोपहर तक सुनसान पड़ा था। कुछ कार्यालय खुले थे और कई कार्यालयों में ताले झूल रहे थे। आश्चर्य तो यह कि एक भी अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं दिखे। कई विभागों में कोई बताने वाला भी नहीं था कि साहब गायब है या कि मीटिंग में गए हैं।

प्रशासन के दावे पर यकीन करें तो सुशासन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। दिन के 10:00 बजे की बात तो छोड़िए। बुधवार की दोपहर 12:00 बजे तक ब्रह्मपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय सुनसान लग रहा था। इक्का-दुक्का लोग आते और तांक-झांक कर लौट जाते।

अंचल कार्यालय के बरामदे में छाई विरानी

प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार मिश्रा का कार्यालय भी खाली था। कर्मचारी टेबल पर अनमने ढंग से बैठे थे। पूछने पर एक कर्मचारी ने बताया कि साहब मीटिंग में गए हैं। राजस्व अधिकारी सह अंचल अधिकारी रोहित अग्रवाल एक महीने के प्रशिक्षण में गए हैं। नवानगर के अंचल अधिकारी प्रभार में हैं और उन्हें भी मीटिंग में जाने की बात बताई गई।

अंचल कार्यालय में एक कर्मचारी, नाजीर, एक आपरेटर के अलावा अन्य कर्मचारी गायक थे। एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी ने बताया कि साहब मीटिंग में गए हैं। अन्य कर्मचारियों के बारे में पूछने पर निरुत्तर रह गए। निमेज गांव से आए रत्नेश ओझा ने बताया कि परिमार्जन ठीक करने के लिए लगभग छह महीने से दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

दोपहर तक बंद रहा सांख्यिकी पदाधिकारी का कार्यालय

बराडी से आए शिव कुमार यादव की भी ऐसी ही शिकायत है। सीडीपीओ मैडम का कार्यालय तो आजकल अक्सर ही बंद मिलता है। कब आती हैं, किसी को जानकारी नहीं होती। कार्यालय में तीन कर्मचारी मौजूद थे।

बीईओ शिक्षकों का सर्टिफिकेट जांच करने में हैं परेशान

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय प्रसाद शिक्षकों की सर्टिफिकेट जांच करने में ही परेशान हैं। लगभग 10 वर्ष पहले नियुक्त किए गए 34 हजार वाले शिक्षकों की सर्टिफिकेट जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। वह इसी महीने के 31 दिसंबर को अवकाश ग्रहण करने वाले हैं और जांच करने के लिए सर्टिफिकेट इतना दिया गया है कि कई महीना लग जाएंगे। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास पत्र भेजकर जांच से मुक्त करने की गुहार भी लगाई है।

बुधवार की दोपहर तक कई कार्यालय में झूल रहे थे ताला

तीन कार्यालयों का ताला खुला ही नहीं

प्रखंड कार्यालय के दूसरे तल पर स्थित कल्याण पदाधिकारी, सांख्यिकी पदाधिकारी और पंचायती राज पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में दिन के 1:00 बजे तक ताला बंद था। इन विभागों में कोई कर्मचारी भी दिखाई नहीं पड़ा। वहां कोई बताने वाला भी नहीं था कि साहब लोग कहां गए हैं? यही स्थिति कृषि विभाग की थी। वहां पर बताया गया कि अधिकारी बक्सर कृषि मेला में गए हैं। कार्यक्रम पदाधिकारी भी बक्सर गए थे और उनके कार्यालय के कई कर्मी गायब थे।

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