Buxar News: सरकारी शिक्षक ने होली के दिन घर बुलाकर कर दी युवक की हत्या, सामने आई वजह तो अधिकारियों के भी उड़े होश
बक्सर के स्टेशन रोड स्थित निजी मकान में एक सरकारी शिक्षक ने अपने ही दोस्त को घर पर बुलाकर हत्या कर दी। घटना के समय नौकरी के लिए दिए गए अपने डेढ़ लाख रुपये मांगने के लिए मृतक शिक्षक के घर आया था। शराब पार्टी के बहाने शिक्षक ने मृतक पर लोहे की रॉड से वार कर दिया। अस्पताल में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जागरण संवाददाता, बक्सर। Buxar News Today: बक्सर के स्टेशन रोड स्थित निजी मकान में एक सरकारी शिक्षक ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। घटना के समय नौकरी के लिए दिए गए अपने डेढ़ लाख रुपये लेने के लिए मृतक आया था। शराब पार्टी के बहाने शिक्षक ने मृतक पर लोहे की राड से वार कर दिया। आनन-फानन में घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ में लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए शिक्षक द्वारिका पांडेय का स्टेशन रोड स्थित डीएवी स्कूल के सामने मकान है। वह शहर के चर्चित समाजसेवी और व्यवसायी मिथिलेश पांडेय के भाई हैं। दोनों भाई इसी जगह रहते हैं। अब तक की छानबीन में जानकारी सामने आई है कि धनसोईं निवासी विनोद गुप्ता के 28 वर्षीय पुत्र महेश गुप्ता ने कुछ माह पूर्व नौकरी दिलवाने के आश्वासन पर डेढ़ लाख रुपए शिक्षक को दिए थे।काम नहीं होने के कारण वह अपने पैसे लौटाने की मांग कर रहे थे। मंगलवार को होली के दिन भी वह पैसे लेने के लिए शिक्षक के बुलाने पर गए थे। इस दौरान रात 9:30 बजे दोनों के बीच कहासुनी हुई और शिक्षक ने युवक के सिर पर लोहे की राड से वार कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षक के घरवाले घायल युवक को तुरंत अस्पताल ले गए। हालांकि अस्पताल पहुंचने के पहले ही घायल युवक ने दम तोड़ दिया था। अस्पताल के निदेशक डा. एके सिंह ने बताया कि घायल युवक की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी। आरोपित शिक्षक के छोटे भाई मिथिलेश ने बताया कि उन्होंने ही पुलिस को इसकी सूचना दी।पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि पूर्व के विवाद में आरोपित शिक्षक ने धनसोईं निवासी अपने परिचित की हत्या कर दी है। घटना के बाद आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उधर देर रात घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पिता ओर भाई दरवाजे पर खड़े आंसू बहा रहे हैं, तो दहाड़े मारकर रोती मां बार-बार अचेत हो जा रही है।
दो साल पहले आपरेटर की नौकरी के लिए दिया था पैसा
मृतक के पिता विनोद गुप्ता ने बताया कि दो साल पहले उनके पुत्र महेश गुप्ता ने स्कूल में डेटा आपरेटर की नौकरी के लिए डेढ़ या दो लाख रुपये दिए थे। काम नहीं हुआ, तो पैसे लौटाने के लिए कहा जा रहा था। उन्हीं पैसों को हड़पने के लिए शिक्षक ने अपने परिवार के साथ मिलकर उनके बेटे की हत्या कर दी।
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