अचानक अस्पताल पहुंचे CS, प्रसव कक्ष में दो दिन से ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म और महिला स्वास्थ्य कर्मी भी गायब, फिर...
Health News सिविल सर्जन सुरेश चंद्र सिन्हा अचानक सिमरी सीएचसी पहुंचे। इस दौरान ड्यूटी से एक महिला स्वास्थ्य कर्मी गायब थीं। चिकित्सक अपने कक्ष में मोबाइल चला रहे थे। लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने के बाद उन्होंने आशा कर्मियों को फटकार लगाई। साथ ही कार्रवाई करने की भी बात कही। इसके अलावा अस्पताल में उन्होंने कुछ और गलतिययां देखी।
संवाद सहयोगी, सिमरी (बक्सर)। सिविल सर्जन सुरेश चंद्र सिन्हा बुधवार की रात 10:30 बजे अचानक सिमरी सीएचसी पहुंचे। इस दौरान ड्यूटी से एक महिला स्वास्थ्य कर्मी गायब थीं। चिकित्सक अपने कक्ष में मोबाइल चला रहे थे। प्रसूति वार्ड में भर्ती दो महिलाएं दर्द से कराह रही थीं। साथ आए स्वजन उन्हें सांत्वना दे रहे थे।
महिला स्वास्थ्य कर्मी प्रियंका कुमारी अपने कक्ष में थीं। सीएस ने उनसे पूछा कि प्रसव कक्ष में क्या-क्या सुविधाएं हैं? ऑक्सीजन सिलेंडर की स्थिति क्या है? इस पर महिला स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि पिछले दो दिनों से सिलेंडर की गैस खत्म हो गई है।
फोन से सीएस की जीएनएम किरण कुमारी से बात कराई
इस बारे में विस्तृत जानकारी के लिए उसने मोबाइल फोन से सीएस की जीएनएम किरण कुमारी से बात कराई, लेकिन जीएनएम ने सफेद झूठ बोलते हुए दावा किया कि ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। इसके बाद सीएस खुद प्रसव कक्ष के अंदर गए तथा आक्सीजन सिलेंडर का निरीक्षण किया, जो पूरी तरह खाली था।
इतना ही नहीं प्रसव कक्ष में लगी इलेक्ट्रिक एवं सामान्य घड़ी दोनों बंद थीं। अन्य सुविधाओं की भी स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने जीएनएम को कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी। इसके बाद में प्रस्तुति वार्ड में पहुंचे, जहां हल्बापट्टी की नीतू शर्मा एवं मानिकपुर की आशा देवी भर्ती थीं।
लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई
सीएस ने दोनों महिलाओं से अलग-अलग सरकार द्वारा अस्पताल प्रदत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। दोनों महिलाओं ने बताया कि वह निजी वाहन से अस्पताल आई हैं। केंद्र पर एंबुलेंस रहते हुए उसे नहीं बुलाने एवं दवा चलाने में लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने के बाद उन्होंने आशा कर्मियों को फटकार लगाई।
साथ ही कार्रवाई करने की भी बात कही। बेड के ऊपर बिछाई गई चादर पर फैली गंदगी को संक्रमण फैलने का खतरा करार देते हुए उन्होंने स्वास्थ्य प्रबंधक को स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावे पानी के अभाव में अस्पताल के अंदर गमले में लगाए गए पौधों के सूखने को घोर लापरवाही मानते हुए उन्होंने तत्काल उसे सिंचित करने का आदेश दिया।
सीएस ने जागरण को बताया कि निरीक्षण के क्रम में स्वास्थ्य कर्मियों की घोर लापरवाही सामने आई है। संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
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