Dhanteras 2024: धनतेरस की पूजा के लिए क्या है शुभ मुहूर्त, सोना-चांदी और कार की खरीदारी इस टाइम पर करें
धनतेरस की पूजा के लिए शाम 6 बजकर 11 मिनट से 8 बजकर 08 मिनट तक का मुहूर्त सबसे उत्तम है। इस दौरान खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है। सोना खरीदने के लिए दोपहर 3 बजकर 04 मिनट से 4 बजकर 32 मिनट तक का समय सबसे अच्छा है। चांदी और अन्य धातुओं की खरीदारी शाम 6 बजकर 11 मिनट से 8 बजकर 08 मिनट के बीच करनी चाहिए।
गिरधारी अग्रवाल, बक्सर। सोमवार को रंभा एकादशी व्रत और मंगलवार (29 तारीख) को धन-त्रयोदशी जयंती पर धनतेरस की पूजा (Dhanteras Puja 2024) होगी। धनतेरस की पूजा प्रदोष व्यापिनी काल में मानने की परंपरा है। मनीषियों के मुताबिक, पूजन कार्य के लिए मुख्य मुहूर्त (Dhanteras Puja Shubh Muhurat) संध्या में 6:11 से 8:08 बजे का शुभ व उत्तम है, जबकि सामग्रियों की खरीदारी (Dhanteras Shopping Muhurat) के लिए दिन में 1:41 बजे से लेकर रात्रि में 8:15 बजे तक का समय उपयुक्त है।
हिंदुओं के व्रत-त्योहार में तिथि, वार, नक्षत्र आदि की गणना का विशेष महत्व है। प्रसिद्ध कर्मकांडी पंडित अमरेंद्र कुमार शास्त्री उर्फ साहेब पंडित ने बताया कि वैसे तो रविवार की प्रातः 7:42 बजे के बाद ही एकादशी तिथि का आगमन हो जा रहा है और यह सोमवार को दिन में 9:11 बजे तक रह रही है। परंतु ध्यान देने योग्य बात यह है कि एकादशी तिथि सूर्योदय काल में सोमवार को ग्राह्य कर रही है, सो रंभा एकादशी व्रत सोमवार को ही करना लाभप्रद होगा, लेकिन धनतेरस व दीपावली पूजन में प्रदोष व्यापिनी के समय में विद्यमान रहने वाली तिथि का विशेष महत्व है।
अतः मंगलवार को सूर्योदयकाल के बाद दिन में 11 बजे त्रयोदशी तिथि के ग्राह्य करने के बावजूद प्रदोष व्यापिनी में तिथि के भोग करने से धनतेरस की पूजा मंगलवार को ही शाम में होगी।
राशि अनुसार भी पूजन का विधान
कई लोग अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में अलग-अलग समय में आचार्यों के माध्यम से पूजन कार्य कराते हैं। आचार्य ने बताया कि यजमान के राशि के नाम से चंद्रमा के लाभ के घर में रहते हुए देखकर पंचांग गणना के अनुसार लक्ष्मी-गणेश का पूजन कराने का भी विधान है। सो उनके नाम की राशि के समयानुकूल मुहुर्त को देखते हुए यह पूजन पुरोहितों द्वारा कराई जाती है।
अब त्रयोदशी तिथि मंगलवार को प्रारंभ होकर बुधवार को दिन में 1:05 बजे तक विद्यमान रह रही है। अतः इसमें पुरोहित अपने यजमानों के यहां इन दो दिनों में अलग-अलग समय में लग्न मुहुर्त के अनुसार धनवंतरी पूजन कार्य विधान अनुरूप पूर्ण कराएंगे।
धनतेरस के स्थिर शुभ लग्न मुहूर्त पर एक नजर
- कुंभ लग्न - दिन में 1:41 से 3:04 बजे तक (मंगलवार)
- वृष लग्न - शाम 6:11 से 8:08 बजे तक (मंगलवार)
- सिंह लग्न - मध्यरात्रि 12:39 से 2:53 बजे तक
सोना की खरीदारी में 3:04 से 4:32 का समय बेहतर
धार्मिक परंपरा है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। धनतेरस के दिन मिट्टी के दीए, बर्तन, सोना-चांदी, गहने और झाड़ू खरीदना शुभ माना गया है। आचार्य ने बताया कि वैसे तो धनतेरस को पूरे दिन में किसी भी समय खरीदारी करना शुभ और फलदायक है। लेकिन अभिजीत मुहूर्त ( 11:36 से 12:26) में अथवा दिन में 1:41 बजे से 8:15 बजे तक के समय में किसी सामग्रियों की खरीद करना अधिक शुभकारी होगा।
यदि कीमती धातु सोना खरीदने का मन बनाया है, तो यह मीन लग्न में दोपहर 3:04 से 4:32 के मध्य में लेना बेहतर रहेगा। चांदी और अन्य धातु वृष लग्न में शाम को (6:11- 8:08 बजे) खरीदना शुभ होगा। कार या बाइक शुभ चौघड़िया, कुंभ लग्न, चर-चौघड़िया या वृषभ-लग्न में खरीदना लाभप्रद माना गया है। मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सामान, शुभ-चौघड़िया, उद्वेग-चौघड़िया और कुंभ लग्न में घर लाना शुभ माना गया है।
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