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बक्सर: डुमरांव के युवक की मलेशिया में मौत, शव स्वदेश लाने में की गुहार लगा रहे स्वजन

अनुमंडल अंतर्गत स्थानीय थाना क्षेत्र के कसियां गांव निवासी भिखारी साहू का 21 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार मलेशिया गया था। वहां बुखार आने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परंतु अगले ही दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

By Ranjit Kumar PandeyEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 15 Jun 2023 08:31 PM (IST)
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बक्सर: डुमरांव के कामगार की मलेशिया में हुई मौत, शव लाने में अड़चन
संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। अनुमंडल अंतर्गत स्थानीय थाना क्षेत्र के कसियां गांव निवासी भिखारी साहू के 21 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार नामक कामगार की मलेशिया में मौत हो गई है।

मौत की सूचना मिलते ही यहां परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। युवक आठ माह पहले कर्ज के बोझ से परेशान और बहनों की शादी के उद्देश्य से सात समंदर पार मलेशिया कमाने के लिए गया था।

जानकारी के अनुसार, वहां 12 जून को काम के दौरान ही उसे तेज बुखार आया, तब कंपनी वाले उसे इलाज के लिए लेकर मलेशिया के कोला पीला अस्पताल गए।

लेकिन इलाज के दौरान ही 13 जून को भारतीय समयानुसार अल सुबह तीन बजे उसकी मौत हो गई। वहां रह रहे गांव के अन्य कामगारों ने युवक के घर पर फोन करके इस मनहूस घटना की जानकारी दी।

अस्पताल में उसके इलाजरत रहने के दौरान की फोटो भेजी। मौत की सूचना मिलते ही यहां युवक के घर में कोहराम मच गया।

परिवार के लोगों को मलाल इस बात का है कि मौत के बाद भी वे अपने बेटे को आखिरी बार देख भी नहीं पा रहे हैं। स्वजन का कहना है कि कंपनीवालों ने शव स्वदेश भेजना तो दूर फोन पर जानकारी देना भी मुनासिब नहीं समझा। 

परिवारिक सूत्रों की मानें तो मलेशिया से सुशील का शव भारत भेजने की कोशिश भी कंपनीवाले नहीं कर रहे हैं। इधर, शव नहीं आने से युवक के माता-पिता और सगे संबंधियों की चिंता बढ़ गई है।

दो दिनों से घर परिवार में चूल्हा नहीं जला है। मृतक के पिता ने बताया कि उनका बेटा बड़े अरमान लेकर महज 21 वर्ष की उम्र में मलेशिया गया था, लेकिन उसकी मौत के साथ सारे सपने चूर-चूर हो गए।

पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि शव को मलेशिया से भारत लाने के लिए भारतीय दूतावास को मेल किया गया है, लेकिन अभी तक कहीं से कोई सार्थक जवाब नहीं मिला है।

छह भाइयों में दूसरे नंबर पर था सुशील

महज 21 साल की उम्र में मलेशिया कमाई के लिए गया सुशील चार बहन और दो भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उससे बड़ी एक बहन की शादी हो चुकी है।

जबकि तीन बहनों की अभी शादी करना बाकी है। उसका छोटा भाई विरंजन साह मात्र 14 साल का है। घटना के बाद से मृतक की मां मालती देवी, पिता भिखारी साहू तथा भाई बहनों के आंसू नहीं सूख रहे हैं।

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