पैसेंजर में पंखा बंद रहने से यात्रियों की हुई तबीयत खराब
बक्सर-वाराणसी सवारी गाड़ी में शनिवार को दिलदार नगर और जमानियां के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कई यात्रियों को उल्टी होने लगी और वे बेहोश होने लगे। दरअसल गाड़ी में काफी भी थी और बोगियों में लगे पंखे भी नहीं चल रहे थे।
बक्सर । बक्सर-वाराणसी सवारी गाड़ी में शनिवार को दिलदार नगर और जमानियां के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कई यात्रियों को उल्टी होने लगी और वे बेहोश होने लगे। दरअसल, गाड़ी में काफी भी थी और बोगियों में लगे पंखे भी नहीं चल रहे थे। इससे कई महिला और बुजुर्ग यात्री उमस से परेशान होने लगे और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। कुछ यात्रियों की तबीयत बिगड़ते देख बोगी के अन्य यात्रियों ने मानवता दिखाई और सीट खाली कर उन्हें लिटाया।
रेल यात्रियों को गर्मी के मौसम में दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तो उमस भरी गर्मी और दूसरी तरफ यात्रा के दौरान ट्रेन में पंखा नहीं चलने से यात्री बेहाल थे। लेकिन, इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। बताया जाता है कि बक्सर से सुबह बनारस के लिए चली सवारी गाड़ी में ट्रेन टेकर द्वारा पंख चालू नहीं किया गया था। जिसको लेकर यात्रियों ने दिलदारनगर स्टेशन प्रबंधक को पंखा नहीं चलने की सूचना दी। यात्रियों से भरी गाड़ी में गर्मी से लोग बेहाल और पसीने से तरबतर थे। रेल यात्री सुनील कुमार ने बताया कि गर्मी के मौसम में यात्रियों से भरी ट्रेन में गर्मी का ज्यादा ही अहसास हो रहा था। जिससे यात्रा करने काफी कठिनाइयों से गुजरना पड़ा। उन्होंने बताया कि दिलदारनगर कंट्रोल को मैसेज दिया गया। लेकिन, बक्सर से गाड़ी कुछमन स्टेशन तक चली गई। बावजूद, कोई रेलकर्मी पंखा चालू करने नहीं आया। कुछमन स्टेशन पर कर्मचारी ने पंखा को चालू किया, तब जाकर कुछ राहत मिली। बताया जा रहा है कि गर्मी के मौसम में ट्रेन खुलने से पहले ट्रेन लाइटिग इंस्पेक्टर की टीम द्वारा सभी पंखों को चेक कर चालू किया जाता है। जब यात्रियों द्वारा इसकी शिकायत की गई तो अधिकारी ने बताया कि यहां लाइटिग विभाग की सुविधा नहीं है। जिसके चलते पंखे चालू नहीं किए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि बक्सर और दिलदारनगर में ट्रेन लाइटिग विभाग का कोई कर्मचारी तैनात नहीं है। जिसके कारण इस तरह की समस्या आती रहती है।