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अलविदा 2022 : खेल में युवाओं का बेहतर प्रदर्शन, राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में लहराया परचम

जिले की अंदुरूनी समस्याओं और चुनौतियों के बीच जिले के युवा खेल में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में उनका प्रदर्शन इसकी गवाही दे रहा है। ये खिलाड़ी संसाधनों के अभाव के बावजूद क्रिकेट वुशु वालीबाल कबड्डी फुटबाल हर क्षेत्र में मान बढ़ा रहे हैं।

By Girdhari AgrwalEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 29 Dec 2022 07:29 PM (IST)
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अलविदा 2022 : खेल में युवाओं का बेहतर प्रदर्शन, राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में लहराया परचम

बक्सर, गिरधारी अग्रवाल। समस्याओं और चुनौतियों के बीच जिले के युवा खेल में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। वुशु, वालीबाल, कबड्डी, फुटबॉल आदि हर क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतिस्पर्धाओं का हिस्सा बन जिले का मान बढ़ा रहे हैं। साल 2022 में भी जिले के दर्जनों खिलाड़ियों ने नेशनल गेम खेला। खास बात तो यह है कि इन प्रतियोगिताओं में पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधा से कंधा मिलाकर शामिल रहीं।

देखा जाए तो जिले में न ढंग का खेल मैदान है और न ही खिलाड़ियों के लिए संसाधनों की उपलब्धता। विशेष तौर पर इसकी शिकायतें क्रिकेट और हाकी खिलाड़ियों की रही हैं। इसके बावजूद कई खेलों में राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में सहभागिता देने वाले खिलाड़ियों की जिले में कमी नहीं है। चाहे वो क्रिकेट, वुशू, वालीबाल, कबड्डी हो या फिर फुटबाल, हाकी। सभी खेलों में खिलाड़ी अच्छा कर जिले का मान बढ़ा रहे हैं, बल्कि पूर्व के वर्षों में कई ने खेल कोटा से राज्य में सरकारी नौकरी भी पाई है।

जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष शशि कुमार राय बताते हैं कि वैसे तो विगत दो-तीन साल से कोरोना संक्रमण के कारण खेल की गतिविधियां ठप सी पड़ गई थीं। लेकिन खेल के ही बदौलत जिले के खिलाड़ी हरेराम सिंह (बिहार पुलिस), रंजीत राय (झारखंड पुलिस), संतोषी कुमारी, रीना कुमारी (पटना सचिवालय) जैसे दर्जनों खिलाड़ी नौकरी प्राप्त कर अपनी सेवा दे रहे हैं। वहीं, रमेश यादव एनआईएस कोच हैं। यहीं के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी प्रीतम जायसवाल वर्तमान में रेलवे हाजीपुर जोन में कबड्डी खेल के कोच हैं। यह तो महज एक उदाहरण है, अन्य कई खेल भी हैं, जिनकी बदौलत लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।

इस वर्ष भी राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के पदक विजेता बने कई खिलाड़ी

कोरोना काल से पूर्व 2018 में वुशू खेल के अंतर्गत निधि कुमारी ने नेशनल गेम में कांस्य पदक, 2019 में अमीषा कुमारी ने रजत पदक एवं दीक्षा कुमारी ने कांस्य पदक तथा 2021 में निकिता कुमारी ने नेशनल जूनियर गेम में कांस्य पदक अर्जित किया था। वहीं, साल 2022 के मार्च में आयोजित आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में निकिता व श्याम रजक को सिल्वर एवं अमीषा को कांस्य मेडल प्राप्त हुआ। जबकि नवंबर में रांची में आयोजित खेलो इंडिया में अमीषा और प्रियांशु ने सिल्वर मेडल हासिल किया है। वहीं, सितंबर-अक्टूबर में गुजरात के गांधी नगर में आयोजित की गई 36वीं राष्ट्रीय वुशु प्रतिस्पर्धा में निधि व दिलीप हिस्सा बने। इसी प्रकार इस महीने खेलो इंडिया हाकी (अंडर-18) के नेशनल गेम में विकास समेत छह महिलाएं स्नेहा, छमा, अंकिता, शांति, अनु, खुशी हिस्सा ले रही हैं, जो भुवनेश्वर (उड़ीसा) में चल रही है। यानी की पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधा से कंधा मिलाकर खेल में आगे बढ़ रही हैं।

क्रिकेट के लिए प्रशिक्षित कोच व मैदान का अभाव

अगस्त 2020 में बक्सर जिला क्रिकेट संघ के वजूद में आने के बाद माकूल मैदान और प्रशिक्षित कोच के अभाव के बावजूद इस साल जिले से अंडर-16 में जीतेश उपाध्याय को एवं अंडर-25 में ऋषभ सिंह को बिहार टीम के लिए चयनित किया गया है, जबकि यशस्वी ऋषभ को मुश्ताक अली टूर्नामेंट एवं विजय हजारे व रणजी ट्रॉफी में तथा बासुमित्रा को भी इसके लिए शामिल किया गया है। इधर, खेल के विकास के संदर्भ में संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार अग्रवाल का कहना है कि जिले में ट्रफ विकेट और माकूल मैदान नहीं होने की वजह से बीसीए न तो कोच भेज पा रहा है और न इंटर-स्टेट टूर्नामेंट करा पा रहा है। बहरहाल, विद्यालय तौर पर 2013 से संचालित एकलव्य आवासीय केंद्र में प्रशिक्षक रोहित कुमार द्वारा 12 बच्चों को वालीबाल का प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।

खेल पदाधिकारी का है कहना

जिला खेल पदाधिकारी शशांक सिंह का कहना है कि कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के अंतर्गत सभी प्रखंडों में स्टेडियम निर्माण की योजना है। इसके अंतर्गत बक्सर किला मैदान, चौसा उच्च विद्यालय, केसठ हाई स्कूल, कड़सर (नवानगर) आदि में आउटडोर स्टेडियम का निर्माण किया गया है। वहीं, बीएन हाई स्कूल ब्रह्मपुर व चक्की में निर्माणाधीन है। इसके अलावा आउटडोर जिम की व्यवस्था नगर भवन, कमलदह पोखर, सर्किट हाउस, किला मैदान आदि स्थानों में व शहीद पार्क डुमरांव में की गई है।