Mid Day Meal: बक्सर के इस स्कूल के एमडीएम में मिले कीड़े, प्रधानाध्यापक के बयान पर शिक्षा विभाग ने दिया ये जवाब
बिहार में आए दिन मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए जाते हैं। कभी भोजन के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ जाती है तो कभी खाने में कीड़े नजर आते हैं। बक्सर के एक सरकारी स्कूल में ऐसा एक और मामला सामने आया है। दसअसल बक्सर के एक स्कूल के एमडीएम में कीड़ा पाए जाने की बात सामने आई है।
जागरण संवाददाता, बक्सर। बक्सर जिले के विभिन्न विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता हाशिए पर चली गई है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बच्चों के खाने में कीड़े तक मिल रहे हैं।
इसका नजारा गुरुवार को शहर के पांडेयपट्टी मध्य विद्यालय में देखा गया। वहां बच्चों को जब मध्याह्न भोजन का खाना परोसा गया, तो उसमें कीड़े नजर आए। ऐसे में बच्चों ने खाना खाने से इनकार कर दिया और वे भूखे रह गए।
प्रधानाध्यापक विक्रमा राम ने बताया कि विद्यालय के करीब चार-पांच बच्चों की थाली में कीड़े नजर आए। ऐसे में उन बच्चों ने खाना खाने से इनकार कर दिया और उसे फेंक दिया। उन्होंने बताया कि इस दिन आलू सोयाबीन की सब्जी, दाल और चावल बच्चों को खाने में दिया गया था। ये कीड़े चावल में मिले थे।
क्या बोले प्रधानाध्यापक?
प्रधानाध्यापक ने बताया कि अन्य बच्चों ने, जिनकी थाली में कीड़े नहीं मिले, उन्होंने खाना खाया। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना उन्होंने विभाग द्वारा बनाए गए वाट्सऐप ग्रुप पर दे दी है।
दूसरी तरफ, इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन योजना रजनीश उपाध्याय ने बताया कि एचएम ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की है। हालांकि, उन्होंने बताया कि शुक्रवार को वह मामले की जांच के लिए डीपीएम एमडीएम एवं बीआरपी को वहां भेजेंगे, ताकि असलियत पता चल सके।
बताया जाता है कि यहां एनजीओ उज्ज्वल सवेरा के माध्यम से बच्चों को खाना दिया जाता है। अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि एनजीओ द्वारा ऐसा खाना बच्चों को क्यों परोसा जा रहा है? अगर इस तरह का खाना खाकर बच्चे बीमार पड़ गए तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी? अहम सवाल यह कि विभाग क्या रहा है?
विभाग को भी तो कभी-कभी खाने को और उसकी गुणवत्ता को चेक करना चाहिए। बहरहाल, अब देखना यह है कि डीपीओ इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।
खाना में कीड़ा मिलने की शिकायत हेडमास्टर ने नहीं की है, लेकिन अगर ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। डीपीएम और बीआरपी कल इसकी जांच करेंगे।- रजनीश उपाध्याय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, एमडीएम, बक्सर।
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