Jamin Survey in Bihar: वंशावली बनाने के नाम पर ठगे जा रहे लोग, आपलोग भी रहें सावधान; अपनाएं यह तरीका
Bihar News बिहार में विशेष भूमि सर्वेक्षण के नाम पर दलालों ने लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। ये लोग लोगों से वंशावली बनाने के नाम पर दो हजार से दस हजार रुपये तक वसूल रहे हैं। हालांकि जिला बंदोबस्त अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि विशेष भूमि सर्वेक्षण के लिए वंशावली बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है। लोग इस तरह से झांसा में न आएं।
जागरण संवाददाता, बक्सर। Vanshavali: विशेष भूमि सर्वे का कार्य शुरू होते ही अंचल, रजिस्ट्री और भूमि संबंधी अन्य कार्यालयों में सक्रिय रहने वाले दलालों की चांदी हो गई है। भूमि सर्वेक्षण में लोगों को स्वघोषित वंशावली देनी है। लेकिन ठग इधर-उधर की बातों के जरिए लोगों को बरगलाकर वंशावली बनाने के पर किसी से दो हजार तो किसी से 10 हजार रुपए तक ठग रहे हैं।
ऐसी शिकायतें पीड़ित लाेग आपस में बातचीत के दौरान तो कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारी अधिकारी तक नहीं पहुंचा रहे हैं। जिला बंदोबस्त अधिकारी सुनील कुमार ने स्पष्ट किया कि बंटवारे और भूमि संबंधी अन्य प्रक्रियाओं की तरह जिम्मेदार प्राधिकार से वंशावली बनाने की समस्या विशेष भूमि सर्वे के संबंध में नहीं है। विशेष भूमि सर्वे के लिए वंशावली संबंधित रैयत को प्रपत्र तीन में देनी है।
यह प्रपत्र राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट और बिहार सर्वे ट्रैकर मोबाइल एप पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। इसे मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। सर्वे के लिए इसी प्रपत्र में वंशावली की सही-सही जानकारी रैयत को खुद लिखते हुए जमा करनी है। इसे किसी अधिकारी, कर्मचारी या जनप्रतिनिधि से सत्यापित कराने की जरूरत नहीं है।
भूमि सर्वे के लिए वंशावली बनाने या जमा करने में किसी को एक भी रुपया देने की जरूरत नहीं है। अगर कोई भूमि सर्वे के लिए वंशावली बनाने के नाम पर पैसे मांगता है, तो उसकी शिकायत जिला प्रशासन से की जा सकती है। अगर वंशावली बनाने के लिए रैयत को प्रपत्र नहीं मिल रहा है, तो वह सादे कागज पर भी साफ-साफ और शुद्ध तरीके से लिखकर अपनी वंशावली जमा कर सकता है।
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