KK Pathak की चेतावनी! बिहार में शिक्षकों को मानना ही पड़ेगा ये ऑर्डर, नहीं तो हाथ से जाएगी अच्छी-खासी नौकरी
KK Pathak News शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षकों को सख्त चेतावनी दी है। केके पाठक ने शिक्षकों से कहा है कि उन्हें गांव में रहकर ही छात्रों को पढ़ाना होगा। अगर किसी शिक्षक को इसमें दिक्कत है तो वह नौकरी छोड़ सकते हैं। उन्होंने प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों से यह भी कहा कि आपको गांव में पूरी इज्जत मिलेगी।
जागरण संवाददाता, बक्सर। KK Pathak शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव गुरुवार की रात करीब 8.30 बजे डुमरांव स्थित शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में पहुंचे। उनका बक्सर आगमन का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। हालांकि वे तय समय से करीब साढ़े चार घंटे की देरी से पहुंचे। उनके आगमन को लेकर रात्रि बेला में महाविद्यालय में विशेष कक्षाएं आयोजित की गई थीं।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि अगर नौकरी करनी है, तो पदस्थापन वाले गांव में रहकर ही पढ़ाना होगा। गांव के लोग आपको पूरी इज्जत देंगे। अगर आप गांव में नहीं रह सकते, तो आपको नौकरी छोड़नी होगी। उन्होंने एक-एक कर तीन वर्ग कक्ष में जाकर जायजा लिया।
साफ-सफाई को लेकर जताई नाराजगी
व्यवस्था पर उन्होंने संतोष जताया। हालांकि शौचालय और सफाई को लेकर थोड़ी नाराजगी उन्होंने जताई। उन्होंने डायट के प्राचार्य विवेक कुमार मौर्य से कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करें। इससे पहले, जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल और जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
डुमरांव के शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में केके पाठक। फोटो- जागरण
पूरे दिन गर्म रहा अफवाहों का बाजार
गुरुवार की सुबह शिक्षकों के एक ग्रुप में यह मैसेज आया कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का बक्सर आगमन रद्द हो गया है। इससे फौरी तौर पर शिक्षकों ने राहत की सांस ली। हालांकि पुष्टि होने के लिए उन लोगों ने जब विभाग के अधिकारियों को फोन लगाया तो पता चला कि कोई प्रोग्राम रद्द नहीं हुआ है और वह बक्सर आएंगे।
असल में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का गुरुवार को बक्सर आना तय था। हालांकि देर शाम छह बजे तक उनकी कोई सूचना नहीं थी कि वह कहां हैं। यह बात और है कि उनके आगमन को लेकर दिनभर अफवाहों का बाजार गर्म रहा। शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप में वह कभी सरेंजा, कभी सिमरी तो कभी नावानगर में विद्यालय का निरीक्षण करते पाए गए।
सुबह साढ़े दस बजे के आसपास एक ग्रुप में मैसेज आया कि केके पाठक ने जिले के चार विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान हेडमास्टर को अनुपस्थित पाया है। फिर एक मैसेज आया कि वह सरेंजा के एक विद्यालय में पहुंचे हैं और वहां जांच-पड़ताल कर रहे हैं। मैसेज भेजने वाले ने उनकी तस्वीर भी शेयर कर दी। इसी तरह उनके कभी नावानगर तो कभी सिमरी में होने की अफवाह उड़ाई गई। ऐसे में विद्यालय आवर में शिक्षक काफी परेशान रहे। उन्हें यह डर सता रहा था कि कहीं वह उनके स्कूल में न पहुंच जाएं। खासकर सड़क किनारे के विद्यालयों के शिक्षक ज्यादा तनाव में रहे।
इधर-उधर भागते रहे अधिकारी
विद्यालय का समय समाप्त होने के बाद शिक्षकों ने राहत महसूस की, लेकिन देर शाम तक जब उनके पहुंचने की कोई सूचना नहीं मिली, तो शिक्षकों की परेशानी एक बार फिर बढ़ गई। कोई अधिकारी भी यह पुष्टि करने को तैयार नहीं थे वह कहां हैं और कब तक आएंगे। हालत ऐसी थी केके पाठक के आगमन से जुड़ी सूचनाओं पर खुद अधिकारी भी इधर से उधर भागते रहे।
ये भी पढ़ें- KK Pathak सर इनका दर्द कौन समझेगा? दिवाली-छठ के बाद भी शिक्षकों को नहीं मिला वेतन, अब आप ही कुछ कीजिए