Bihar Politics: जब लालू यादव मुश्किल में फंसे तो... ये है बॉडीगार्ड से MLA बने शंभू यादव की कहानी
लोग कहते हैं कि जब लालू मुश्किल में फंसे तो शंभू ने उनकी खूब मदद की थी। बाद में उन्हें इसका इनाम विधानसभा के लिए राजद के टिकट के तौर पर मिला। पहली ही बार वे चुनाव जीत गए। वह लगातार दो बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। उनके विरोधी कहते हैं कि लालू की कृपा से ही उनके पास आई।
जागरण टीम, बक्सर। आयकर विभाग की कार्रवाई का सामना कर रहे ब्रह्मपुर के राष्ट्रीय जनता दल विधायक शंभूनाथ सिंह यादव को राजनीति विरासत में नहीं मिली है। वह राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी हैं और पहले बतौर बिहार पुलिस के सिपाही उनके अंगरक्षक रह चुके हैं।
लोग कहते हैं कि जब लालू मुश्किल में फंसे, तो शंभू ने उनकी खूब मदद की थी। बाद में उन्हें इसका इनाम विधानसभा के लिए राजद के टिकट के तौर पर मिला। पहली ही बार वे चुनाव जीत गए। वह लगातार दो बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। उनके विरोधी कहते हैं कि जिस तरह उन्होंने राजनीति में लालू की कृपा से पहुंच बनाई, उसी तरह दौलत भी राजद अध्यक्ष की कृपा से ही उनके पास आई।
चक्की पंचायत के तत्कालीन मुखिया नंदजी यादव के साथ आत्मिक लगाव एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से गहरे रिश्ते की बदौलत वे ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र का विधायक बने थे। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्ति के पश्चात उन्होंने लहना चक्की में सोन हरदेव फ्लावर मिल के स्थापित कर व्यवसाय के क्षेत्र में कदम रखा। इसी दौरान गेहूं संग्रहण गोदाम के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राजद सुप्रीमो लाल यादव से पूर्व मुखिया नंदजी सिंह ने शंभूनाथ यादव के राजनीतिक कैरियर के बारे में विचार करने का अनुरोध किया था।
उसी समय मंच से अपने संबोधन में राजद सुप्रीमो ने उन्हें क्षेत्र में लोगों के बीच अधिक समय देने की बात कह इशारों-इशारों में संकेत दे दिया था। उनके इशारों को भांप उन्होंने न सिर्फ क्षेत्र में अपनी राजनीतिक सक्रियता बढ़ा दी, बल्कि काफी कम समय में आम जनता के बीच लोकप्रिय भी हो गए। राजद के प्रति उनकी समर्पित निष्ठा को देख वर्ष 2015 में पार्टी ने ब्रह्मपुर विधानसभा से उन्हें टिकट दिया और वे विजयी घोषित हुए।
वर्ष 2020 में भी उन्होंने राजद प्रत्याशी के रूप में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को भारी मतों के अंतर से शिकस्त दी थी। लालू यादव से गहरे रिश्ते राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ उनके रिश्ते की अहमियत इस बात से भी आंकी जा सकती है कि वह वे अस्वस्थ रहते हुए भी विधायक के लड़के की शादी में शरीक होने चक्की आए थे। अभी कुछ ही दिन पूर्व तेज प्रताप यादव भी उनके साथ मंच साझा किए थे। हालांकि, क्षेत्र की जनता आईटी की इस कार्रवाई को लालू परिवार के साथ इनके गहरे रिश्ते के साथ जोड़कर देख रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अंगद यादव का कहना है की लोकसभा चुनाव में अपनी हार सुनिश्चित मान भाजपा लालू यादव पर दविश बनाने के लिए आईटी का इस्तेमाल कर रही है, परंतु क्षेत्र की जनता उनके चाल को समझ रही है और माकूल जवाब भी देगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।