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बक्सर रेलवे स्टेशन पर महिला सुरक्षा ताक पर

महिलाओं की सुरक्षा के लिए दानापुर रेलमंडल के विभिन्न 13 स्टेशनों पर निर्भया फंड से सीसी कैमरे लगाए जाने थे। जानकारी के मुताबिक स्टेशनों पर सीसी कैमरे लगाने के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा निर्भया फंड से जारी साढ़े चार करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया था।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 19 Sep 2018 06:14 PM (IST)
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बक्सर रेलवे स्टेशन पर महिला सुरक्षा ताक पर

बक्सर । महिलाओं की सुरक्षा के लिए दानापुर रेलमंडल के विभिन्न 13 स्टेशनों पर निर्भया फंड से सीसी कैमरे लगाए जाने थे। जानकारी के मुताबिक स्टेशनों पर सीसी कैमरे लगाने के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा निर्भया फंड से जारी साढ़े चार करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया था। लेकिन, कैमरे लगाए जाने के लिए अब तक रेलवे द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। वर्तमान में सिर्फ ए-वन एवं ए श्रेणी के स्टेशनों पर ही सीसी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। बक्सर स्टेशन भी ए श्रेणी के दायरे में आता है। जबकि, इस स्टेशन पर निगरानी सिस्टम नदारद है। बता दें कि, देशभर में करीब 8,000 रेलवे स्टेशन हैं। जिनमें से महज 75 स्टेशन ए-वन श्रेणी तथा करीब 320 स्टेशन ए श्रेणी में आते हैं। होनी थी तीसरी आंख की निगहबानी रेलवे स्टेशन पर 20 फिक्स्ड कैमरे लगाए जाने थे। वहीं, तीन मूवेबल कैमरे भी लगाए जाने थे। जो आने-जानेवाले लोगों पर निगरानी रखते। सीसी कैमरों का इस तरह से उपयोग किया जाना था कि रेलवे स्टेशन का 80 प्रतिशत एरिया कवर हो जाए। इनमें प्लेटफॉर्म, परिसर में प्रवेश एवं निकास, बु¨कग काउंटर तथा प्रतीक्षालय शामिल था। आरपीएफ पोस्ट में बने कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे कैमरे योजना के अनुसार सीसीटीवी स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट में बने कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे और राउंड दी क्लॉक यहां से स्टेशन की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। यह कैमरे हर प्लेटफॉर्म के साथ ही प्रमुख स्थलों पर लगेंगे। सीसीटीवी कैमरों की संख्या का निर्धारण स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की संख्या तथा क्षेत्रफल के आधार पर किया गया है। यहां कुल 23 सीसी कैमरे लगाने का प्रस्ताव जोनल कार्यालय को दिया गया है। पहले चरण में पूर्व मध्य रेलवे के अधीन बक्सर, दिलदारनगर, डुमरांव, आरा, पटना सिटी, बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा, हाथीदह, किऊल, लखीसराय, दानापुर तथा राजगीर स्टेशन पर निर्भया फंड से सीसी कैमरे लगाने की मंजूरी दी गई थी। इस पर लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च होने थे। एक साल पहले कैमरा लगाने वाली एजेंसी सर्वे करके भी गई, लेकिन आजतक स्टेशन पर कैमरे नहीं लगे।

महिला बाल विकास मंत्रालय का है बजट दरअसल, निर्भया फंड महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का है। इस साल बजट में पांच सौ करोड़ से निर्भया फंड बनाया गया है। स्टेशन तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में महिलाओं के साथ अनहोनी रोकने एवं चोर-उचक्कों पर नजर रखने के लिए इस फंड का इस्तेमाल किया जाएगा। कैमरे में दर्ज वीडियो का बैकअप भी बनेगा, जो बदमाशों को सजा दिलाने में कारगर होगा। बदमाशों पर रहेगी नजर कैमरे का वीडियो सर्विलांस सिस्टम रेल सुरक्षा बल के पोस्ट में बने कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा। वहां कर्मचारी मॉनीटर पर कैमरे की जद में आनेवाले गतिविधियों पर नजर रखेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी नजर आने पर कंट्रोल रूम के कर्मचारी स्टेशन पर तैनात पुलिस बल को इसकी सूचना देंगे।

रेलवे स्टेशन पर सीसी कैमरे लगाए जाने की बात पिछले दिनों चर्चा में थी। हालांकि, अभी तक इस प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अगर कैमरे लगाए जाते हैं तो निश्चित रुप से विशेषकर महिला यात्रियों के साथ-साथ अन्य यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी।

राजन कुमार, स्टेशन प्रबंधक, बक्सर।

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