बक्सर में प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के चुनाव से पहले सदस्य बनाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगा है। सहकारिता विभाग के दो अधिकारी इस मामले में आमने-सामने हैं। इटाढ़ी प्रखंड के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने जिला सहकारिता पदाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके पास अपने सभी आरोपों के समर्थन में पुख्ता सबूत हैं।
जागरण संवाददाता, बक्सर। प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (पैक्स) के चुनाव से ठीक पहले सदस्य बनाने में जमकर गोलमाल हुआ है। ऐसी शिकायत अब तक तो केवल वहीं लोग कर रहे थे, जिनके आवेदन अस्वीकृत किए गए हैं, लेकिन अब सहकारिता विभाग के दो अधिकारी ही इस विषय पर आमने-सामने हो गए हैं।
इटाढ़ी प्रखंड के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को लिखे पत्र में पूरी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। दिलचस्प यह है कि इन सवालों के घेरे में खुद जिला सहकारिता अधिकारी ही हैं। प्रखंड सहकारिता अधिकारी ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके पास उनके सभी आरोपों के समर्थन में पुख्ता प्रमाण हैं।
इटाढ़ी के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी सुभाष राम ने जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रमा राम को लिखे पत्र में दावा किया गया है कि उन पर सदस्यता के अस्वीकृत आवेदनों को गलत तरीके से स्वीकृत करने के लिए दबाव बनाया गया। उनका कहना है कि इटाढ़ी के बड़कागांव पैक्स में बीसीओ के लागिन से निरस्त किए गए आवेदनों को भी प्रारूप मतदाता सूची में शामिल कर दिया गया है। इस दौरान निरस्त किए गए 525 सदस्यों का नाम सूची में डीसीओ द्वारा दर्ज करा दिया गया है। इसमें पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक ने फर्जीवाड़ा कर नाम जोड़ा है।
पत्र में कहा गया है कि निरस्त किए गए आवेदनों को डीसीओ ने स्वीकृत करने के लिए मोबाइल पर बात की थी। पत्र के मुताबिक, डीसीओ ने बीसीओ को कहा कि वे गलती से अस्वीकृत होने की रिपोर्ट दें। प्रमाण के तौर पर इसकी रिकार्डिंग उन्होंने वरीय अधिकारियों को उपलब्ध कराने की बात कही है। वहीं बिक्रम इंग्लिश पंचायत में 281 बिना सत्यापित सदस्यों का नाम सूची में दर्ज किए जाने का आरोप उन्होंने लगाया है।
बीसीओ का दावा है कि उन्होंने पैक्स में जाकर धरातल पर इसकी जांच करने के बाद रद्द कर दिया था। फिर भी जिला सहकारिता पदाधिकारी ने इन फर्जी सदस्यों को प्रारूप मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है। पत्र में दर्शाया गया है कि बड़कागांव पैक्स के लिए डीसीओ ने निजी स्वार्थ में 57 ऐसे सदस्यों का नाम जोड़ा है, जो सेंट्रल को आपरेटिव वैंक इटाढ़ी में सदस्यता शुल्क एवं शेयर की राशि जमा नहीं किये हैं।
बैंक ने इन लोगों का जमा शुल्क से संबंधित कोई कागजात अपलोड नहीं किया है। साथ ही इस सूची में बीसीओ का हस्ताक्षर भी नहीं कराया गया है। चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची में नियम विरुद्ध कार्य किया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने जिला पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, संयुक्त निबंधक, सहयोग समितियों, पटना प्रमण्डल, निबंधक, सहयोग समितियां, सचिव सहकारिता विभाग सहित अन्य अधिकारियों को की है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
बड़का गांव व बिक्रम इंग्लिश पैक्स में आवेदकों का सत्यापन किया गया। इसमें फर्जी तरीके से किए आवेदन को रद कर दिया गया। इस दौरान बड़कागांव में 525 एवं विक्रम इंग्लिश में 281 आवेदन को मेरे लॉगिन आइडी से रद किया गया था। इसके बावजूद जिला सहकारिता पदाधिकारी ने सभी का नाम प्रारूप मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है। फर्जीवाड़ा करने के लिए मोबाइल पर हुए बातचीत का ऑडियो क्लिप भी सुरक्षित रखा गया है। - सुभाष राम, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, इटाढ़ी
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