गुरु पूर्णिमा और आद्रा स्नान के मौके पर रामरेखा घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी
Adra Snan त्योहारों में गंगा स्नान का विशेष महत्व है और जब बक्सर धाम के प्रसिद्ध एवं पवित्र पावनी मां गंगा में डुबकी लगाने का मौका मिले तो भला धर्मावलंबी उसे जाया क्यों होने दें इसे ही देखते हुए सोमवार को रामरेखाघाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ विशेष रूप से आद्रा स्नान को लेकर जुटी। वहीं मंगलवार से सावन माह भी आरंभ हो रहा है।
जागरण संवाददाता, बक्सर: त्योहारों में गंगा स्नान का विशेष महत्व है और जब बक्सर धाम के प्रसिद्ध एवं पवित्र पावनी मां गंगा में डुबकी लगाने का मौका मिले, तो भला धर्मावलंबी उसे जाया क्यों होने दें, इसे ही देखते हुए सोमवार को रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ विशेष रूप से आद्रा स्नान को लेकर जुटी।
मंगलवार से सावन माह भी आरंभ हो रहा है, जो अधिकमास के कारण दो महीने का होगा। इसे लेकर शिवालयों में भी साफ-सफाई और सजावट का काम पूरा कर लिया गया है।
छठवां नक्षत्र है आद्रा
ज्योतिषीय गणना में 27 नक्षत्रों की शृंखला में आद्रा नक्षत्र का स्थान छठा है। आद्रा नक्षत्र में स्नान करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और अब जब इस नक्षत्र में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं, तो फिर स्नान करने से कोई क्यों चूके।
इसी के निर्वहन को प्रसिद्ध रामरेखाघाट पर स्नानार्थी महिलाओं की विशेष भीड़ उमड़ी हुई थी। खास बात यह भी है कि सोमवार को गुरु पूर्णिमा भी है, सो श्रद्धालु महिलाओं ने गंगा स्नान के पश्चात 8-10 की संख्या में सामूहिक रूप से बैठकर पंडितों के मुख से सत्यनारायण भगवान की कथा भी सुनी और आम फल एवं द्रव्य का दान किया।
मौके पर महिलाओं ने कहा कि वे शाम को सपरिवार पुआ-पकवान एवं आम का मृदु भोजन करेंगी। शहर में श्रद्धालु महिलाओं की उमड़ी भीड़ के कारण चहल-पहल काफी रही।