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Patna Delhi Expressway: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा पटना-बक्सर NH, जल्द मिलेगी खुशखबरी; यहां पढ़ें ताजा अपडेट

Patna Delhi Express Way बक्सर में गंगा पर तीन लेन के नए पुल का निर्माण जल्द शुरू होगा। यह पुल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बक्सर-पटना एनएच 922 से जोड़ेगा लेकिन इसके संपर्क पथ के घनी आबादी वाले इलाके से गुजरने के कारण यातायात जाम की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए सदर अनुमंडल अधिकारी ने एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव दिया है।

By Shubh Narayan Pathak Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 28 Oct 2024 09:25 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, बक्सर। जिला मुख्यालय में गंगा पर प्रस्तावित तीन लेन के नए पुल का निर्माण जल्द ही शुरू होने की उम्मीद बन रही है। इस पुल के लिए प्रस्तावित एलायनमेंट ने स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। यह पुल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बक्सर-पटना एनएच 922 से लिंक करेगा।

भविष्य में इससे बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे भी जुड़ने वाला है। इस पुल का संपर्क पथ शहर के घनी आबादी वाले इलाके से गुजरने वाला है। इसके चलते बक्सर गोलंबर के पास बक्सर-पटना एनएच 922 के पश्चिमी छोर पर रोजाना लगने वाले जाम की समस्या और भी गंभीर रूप धारण कर सकती है।

इसे देखते हुए सदर अनुमंडल अधिकारी धीरेंद्र मिश्रा ने डीएम अंशुल अग्रवाल को त्राहिमाम संदेश भेजते हुए सड़क और पुल निर्माण एजेंसियों को आबादी वाले इलाके में एलिवेटेड रोड बनाने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया है।

डीएम ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित एजेंसियों और विभागों के साथ अगले 29 अक्टूबर को बैठक बुलाई है। दैनिक जागरण यह मसला काफी पहले से उठाता रहा है।

बक्सर में गंगा पर दो लेन का दूसरा पुल चालू होने के बाद यहां रोजाना ही जाम लग रहा है। इसके कारण बक्सर-पटना एनएच 922 के साथ ही बलिया-गाजीपुर एनएच 31 पर भी आवागमन प्रतिदिन प्रभावित हो रहा है। यह जाम कई बार बढ़कर बिहार और यूपी में 15 से 20 किलोमीटर तक सड़क पर यातायात प्रभावित करता है।

अब यहां तीन लेन का तीसरा पुल बनने जा रहा है। इन्हीं पुलों के जरिए बक्सर अगले एक साल में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से फोरलेन ग्रीन फील्ड हाइवे के माध्यम से सीधे जुड़ जाएगा। साथ ही बक्सर-चौसा न्यू बाइपास और बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे का भी निर्माण निकट भविष्य में ही शुरू होने वाला है।

एक साथ इतने सारे हाइवे और पुलों के जरिए आने वाले यातायात को संभालने में न केवल बक्सर बल्कि यूपी के बलिया जिले के भरौली का गोलंबर भी छोटा पड़ने वाला है।

इसे देखते हुए सदर एसडीओ ने डीएम को प्रस्ताव भेजकर पुल के संपर्क पथ को एलिवेटेड रोड के रूप में बनाकर गोलंबर से आगे पूरब दिशा में अहिरौली और चुरामनपुर के बीच में एनएच 922 से जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। इसी जगह से बक्सर न्यू बाईपास भी शुरू होने वाला है।

गोलंबर से होकर ही शहर में आते-जाते हैं वाहन

उत्तर प्रदेश और पटना की तरफ से आने वाले वाहन बक्सर गोलंबर से होकर ही शहर में प्रवेश करते हैं। यह काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है। यहां से मुख्य शहर के अलावा जासो, पटना, छोटकी सारिमपुर और बड़की सारिमपुर बांध की तरफ जाने के लिए अलग-अलग दिशाओं के रास्ते शुरू होते हैं।

मौजूदा दो पुलों के संपर्क पथों को जोड़ दें, तो यहां फिलहाल एक साथ कम से कम सात दिशाओं से वाहनों का आवागन होता है। नया पुल बनने के बाद यहां से आठ दिशाओं में रूट जुड़ जाएगा। साथ ही वाहनों की आवाजाही अलग बढ़ेगी।

हादसे और अपराध के दृष्टिकोण से भी संवेदनशील है गोलंबर

बक्सर गोलंबर का भीड़भाड़ वाला इलाका सड़क हादसों और अपराध के दृष्टिकोण से संवेदनशील है। इसी जगह वर्ष 2015 के मार्च महीने में एक अनियंत्रित ट्रक ने शाम को सब्जी खरीदने निकले दर्जन भर लोगों को कुचल दिया था।

इस हादसे में छह लोगों की मौत से गुस्साई भीड़ ने औद्योगिक थाने को फूंक दिया था। इस घटना में सारे पुलिसकर्मी थाना छोड़कर भाग खड़े हुए थे, जबकि एक चौकीदार जिंदा जला दिया गया था। यहां छोटे-मोटे हादसे लगातार ही होते रहते हैं।

बिहार और उत्तर प्रदेश को जोड़ता है पुल

बक्सर में गंगा पर बना मौजूदा और प्रस्तावित पुल बिहार और उत्तर प्रदेश को जोड़ता है। यह पटना से लखनऊ, वाराणसी, आगरा, प्रयाग और दिल्ली जाने के लिए सबसे सुगम मार्ग है। दो राज्यों की सीमा पर अवस्थित होने के कारण यहां दोनों तरफ अलग-अलग विभाग के चेकपोस्ट स्थापित हैं।

इन चेकपोस्ट पर जांच के क्रम में जाम की समस्या गंभीर हो जाती है। लेकिन यहां पुल से उतरते ही जांच की मजबूरी इसलिए है, क्योंकि इसके बाद वाहन कई अलग-अलग रूट में जाने लगते हैं।

इससे बचने के लिए भी जरूरी है कि पुल से वाहन वैसी जगह पर नीचे उतरें, जहां चेकपोस्ट स्थापित करने के लिए पूरी जगह हो और जिससे सामान्य यातायात पर कोई असर नहीं पड़े।

बक्सर गोलंबर पर लगने वाले जाम से केवल स्थानीय लोग ही परेशान नहीं हो रहे हैं, बल्कि हाइवे से गुजरने वाले दूर-दराज के लोग भी प्रभावित होते हैं। इसका समाधान केवल समुचित तरीके से एलिवेटेड रोड, इंटरचेंज प्वाइंट और रोटरी के निर्माण से ही संभव है।- धीरेंद्र मिश्र, एसडीओ, बक्सर

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