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Bihar Crime: पैतृक संपत्ति के लिए पागल बेटे ने पिता को दी बेरहम मौत, 1.60 लाख रुपये देकर UP बुलाए थे शूटर; 3 गिरफ्तार

बिहार के बक्सर जिले में एक व्यक्ति की हत्या का मामला सुलझ गया है। पुलिस का दावा है कि इस मामले में पुत्र ने ही पिता की हत्या के लिए सुपारी दी थी। संपत्ति विवाद के चलते बेटे ने उत्तर प्रदेश के शूटरों से अपने पिता की हत्या करवा दी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Ashok Kumar Singh Edited By: Mohit Tripathi Updated: Wed, 28 Aug 2024 03:33 PM (IST)
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मामले में पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। (जागरण फोटो)
जागरण संवाददाता, बक्सर। बक्सर जिले के कोइरपुरवा निवासी हरेराम सिंह उर्फ मलाई सिंह की हत्या के मामले का पर्दाफाश हो गया है।

पुलिस का दावा है कि इस मामले में पुत्र ने ही पिता की हत्या के लिए सुपारी दी थी। इस मामले में रहस्य से पर्दा उठाते हुए पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि पुत्र ने ही संपत्ति के लिए उत्तर प्रदेश के शूटरों से अपने पिता की हत्या कराई थी। इसके लिए 1.60 लाख रुपये में हत्या का सौदा तय हुआ था।

पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पांच अगस्त की रात 10 बजे पुलिस को सूचना मिली कि अंग्रेज कब्रिस्तान के पास एक व्यक्ति को किसी ने गोली मार दी है।

घटनास्थल पर पहुंचने के साथ ही पुलिस ने गोली से जख्मी व्यक्ति को तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया, पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

घटना के त्वरित अनुसंधान के लिए सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का गठन कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया।

इस मामले में घटना की अगली सुबह मृतक के पुत्र संजय सिंह के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी कराई गई थी। आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो गया कि इसमें किसी बेहद करीबी का हाथ है।

अनुसंधान के क्रम में मोबाइल टावर लोकेशन और डंप डाटा की जांच के क्रम में नगर थाना के नेहरूनगर निवासी संजय राउत का नाम सामने आया।

संजय राउत से की गई पूछताछ में हत्या की बात कबूल करते हुए उसने पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। संजय राउत के अनुसार मृतक हरेराम सिंह के पुत्र संजय कुमार सिंह ने ही उसे हत्या की सुपारी दी थी।

भतीजों को संपत्ति देने का पुत्र में बना था भय

एसपी ने बताया कि अनुसंधान में यह बात सामने आई कि खुद ठाट-बाट से रहने वाले हरेराम सिंह की पत्नी अपने पुत्र संजय के साथ काफी दयनीय हालत में रहती थी।

हरेराम सिंह का अपने भतीजों के साथ काफी गहरा लगाव होने के साथ ही उन पर पैसे खर्च करने की बात सामने आई थी।

पुत्र और पत्नी को डर था कि हरेराम सिंह कहीं अपने भतीजे को ही पूरी संपत्ति सौंप न दे। इसी को लेकर पुत्र ने पिता की हत्या करा दी।

यूपी के शूटरों ने की थी हत्या

हत्या को अंजाम देने के लिए संजय राउत ने सोहनीपट्टी निवासी राजेंद्र प्रसाद से संपर्क किया और उसके निर्देश पर गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर थाना अंतर्गत असावर निवासी सुरेंद्र गोंड़ तथा रोहित राय से संपर्क कर हत्या की सुपारी उन्हें दी।

हत्या से पहले अपराधियों ने रेकी करते हुए हरेराम सिंह की गतिविधियोंं की जांच की। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया था।

मामले में संजय राउत, सुरेंद्र गोंड़ तथा अमर कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

संजय राउत का पुराना आपराधिक इतिहास

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार संजय राउत का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर पूर्व से हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट तथा शराब अधिनियम के तहत नगर थाना में मामला दर्ज है।

अन्य थानों से भी उसका आपराधिक इतिहास खंगालने के साथ ही गिरफ्तार अन्य आरोपितों के आपराधिक इतिहास के बारे में पता किया जा रहा है।

अनुसंधान में लगी पुलिस टीम

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ धीरज कुमार के नेतृत्व में नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, अपर थानाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी, डीआईयू प्रभारी युसुफ अंसारी, डीआइयू के एसआई मंगलेश कुमार मधुकर, एसआई विकास कुमार तथा एएसआई राकेश कुमारी के साथ डीआइयू टीम और सशस्त्र बल के लवान शामिल थे।

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