अधेड़ के ऊपर चढ़ गई ट्रेन, फिर भी बची रही जान
बक्सर कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोई. यह कहावत मंगलवार को स्थानीय रेलवे
बक्सर : कहते हैं, जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई. यह कहावत मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन के समीप उस वक्त चरितार्थ हुई जब पटरी पार कर रहा एक व्यक्ति एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर पूरी तरह इंजन के नीचे चला गया लेकिन, ट्रेन ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया जिससे कि इंजन के नीचे जाने के बाद भी उक्त व्यक्ति की जान बच गई। उसे सिर में मामूली चोट लगी है। बाद में आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और व्यक्ति को ट्रेन के इंजन के नीचे से बाहर निकाला तथा उनका प्राथमिक उपचार कराने के बाद छोड़ दिया गया।
इस बाबत जानकारी देते हुए आरपीएफ पोस्ट प्रभारी महेंद्र चौधरी ने बताया कि, घटना दिन में तकरीबन 12:22 की है, जब अहमदाबाद से चलकर बरौनी को जाने वाली 09483 डाउन अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस बक्सर रेलवे स्टेशन से खुलकर कुछ दूर आगे बढ़ी थी। तभी रेलवे पूर्वी क्रॉसिग के समीप उत्तर प्रदेश के भांवर कोल के समीप स्थित माचाडीह गांव के रहने वाले वशिष्ठ राय (55 वर्ष) दवा आदि खरीद कर रेलवे क्रासिग पार कर रहे थे। इसी बीच उन्हें मूर्छा आ गई और वह ट्रेन के सामने रेल की पटरियों के बीच गिर गए हालांकि, चालक ने ऐसा होता हुआ देख लिया और उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया लेकिन, तब तक गाड़ी का इंजन पटरियों के बीच में गिरे उक्त व्यक्ति के ऊपर आ गया था हालांकि, उक्त व्यक्ति इस तरीके से गिरे थे कि वह पटरियों के बीचो-बीच थे। ऐसे में उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ केवल सिर पर हल्की चोट आई थी। तुरंत ही इस बात की सूचना आरपीएफ को दी गई जिसके बाद मौके पर सब इंस्पेक्टर एस.के. ओझा समेत आरपीएफ टीम पहुंच गई और उक्त व्यक्ति को सकुशल बाहर निकाला। बाद में व्यक्ति ने सारे घटनाक्रम की जानकारी दी जिसके बाद सिर में हल्की चोट का इलाज कराया गया और फिर जब व्यक्ति ने स्वस्थ होने की जानकारी दी तो उन्हें ऑटो में बिठाकर भेज दिया गया। पोस्ट प्रभारी ने बताया कि ट्रेन चालक की सूझबूझ से उक्त व्यक्ति की जान बच गई हालांकि, उन्होंने लोगों से यह अपील की कि वह रेलवे फाटक बंद होने पर पटरियों को पार ना करें क्योंकि, ऐसा करना ना सिर्फ दंडनीय अपराध है बल्कि, उनकी जान पर भी जोखिम बना रहता है।