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July Shadi Muhurt 2024: जुलाई महीने में केवल 9 दिन ही शादी के शुभ मुहूर्त, यहां जानें किस किस दिन कर सकते हैं विवाह

Bihar News शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। आज से ठीक दो दिन बाद शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो जाएंगे। बता दें कि इसी महीने से सावन का पवित्र महीना भी शुरू हो रहा है। सावन शुरू होने से एक दिन पहले गुरु पूर्णिमा भी है। सावन महीने से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी। तो आइए इस महीने के वैवाहिक मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानें।

By Shubh Narayan Pathak Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 07 Jul 2024 02:37 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, बक्सर। July दो दिन बाद यानी नौ जुलाई से शादी-विवाह के शुभ लग्न मुहूर्त प्रारंभ हो रहे हैं, जो 17 तारीख (विष्णुशयनी एकादशी) तक हैं। उसके बाद लग्न मुहूर्त की 17 तिथियां नवंबर-दिसंबर में आचार्यों द्वारा बताई गई हैं।

इसी महीने की 22 तारीख से सावन प्रारंभ हो रहा है और इसके एक दिन पूर्व 21 तारीख को गुरु पूर्णिमा है। खास बात यह है कि सावन का यह पवित्र महीना सोमवार से प्रारंभ होकर सोमवार को ही समाप्त रहा है और इस अंतिम सोमवारी को भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्योहार रक्षा-बंधन भी है।

हिंदू धर्म-संस्कृति में सावन को सबसे पवित्र महीना माना गया है और इसका प्रारंभ होने में लगभग एक पखवाड़े का समय शेष रह गया है। इसलिए मंदिरों में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए व्यवस्थापक इसकी तैयारी में जुट गए हैं। इस बार सावन में पांच सोमवार के अलावा तीन अगस्त को शिवरात्रि एवं चार अगस्त को अमावस्या भी है।

कांवरियों से सड़कें रहेंगी गुलजार

पूरे महीने पौराणिक स्थल रामरेखाघाट समेत कांवरियों के कारवां से शहर की सड़कें गुलजार रहेंगी। त्योहार की महत्ता इस बात से भी लगाई जा सकती है कि कई घरों में मांसाहार का पकना तो दूर, लहसुन-प्याज तक खाना लोग वर्जित समझते हैं।

साकार मूर्ति पर चढ़ा प्रसाद ग्रहण योग्य

आचार्य अमरेंद्र कुमार शास्त्री ने बताया कि शिव महापुराण के अनुसार जो प्रसाद शिवलिंग के ऊपर चढ़ाया नहीं गया हो, पर शिव की साकार मूर्ति को अर्पित किया गया हो, वह प्रसाद ग्रहण करने से किसी तरह की हानि नहीं होती, बल्कि शिव की कृपा प्राप्त होती है।

मुख्यालय के किन मंदिरों में जुटती भीड़

जिला मुख्यालय के पौराणिक व प्रसिद्ध स्थलों में रामेश्वर नाथ मंदिर, श्रीनाथ मंदिर, गौरीशंकर मंदिर, सोमेश्वर नाथ मंदिर, सिद्धेश्वर नाथ मंदिर, संगमेश्वर नाथ मंदिर, पंचमुखी महादेव मंदिर, पातालेश्वर नाथ मंदिर, वामनेश्वर महादेव मंदिर समेत इटाढ़ी क्षेत्र स्थित सोखा धाम महादेव मंदिर व ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग की जलाभिषेक को भक्तों की भीड़ अधिक जुटती है। विशेषकर सावन की सोमवार, शिवरात्रि व अमावस्या पर इन मंदिरों में विशेष भीड़ होती है।

इस बार सावन में पांच सोमवार व्रत

  • पहला सोमवार -22 जुलाई (प्रतिपदा)
  • दूसरा सोमवार - 29 जुलाई (नवमी)
  • शिवरात्रि - 03 अगस्त
  • अमावस्या - 04 अगस्त
  • तीसरा सोमवार - 05 अगस्त (प्रतिपदा)
  • चौथा सोमवार - 12 अगस्त (अष्टमी)
  • पांचवां एवं अंतिम सोमवार - 19 अगस्त (पूर्णिमा)

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