'जो ललन का पता बताएगा, उसे एक लाख का इनाम दिया जाएगा', बागेश्वर धाम से लापता शख्स के भाई ने किया एलान
शिक्षक ललन कुमार बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में अपनी अर्जी लगाने गए थे जिसके बाद से अब तक घर नहीं लौटे हैं। छोटे भाई लक्ष्मण कुमार ललन कुमार का पता बताने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
By Prince KumarEdited By: Deepti MishraUpdated: Mon, 22 May 2023 07:26 PM (IST)
संवाद सहयोगी, बहेड़ी, (दरभंगा) : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम के दर्शन करने गए बहेड़ी प्रखंड क्षेत्र के बघौनी गांव निवासी शिक्षक ललन कुमार चार माह से लापता हैं। वे 6 फरवरी, 2023 को बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में अपनी अर्जी लगाने गए थे, जिसके बाद से अब तक घर नहीं लौटे हैं। अब शिक्षक के छोटे भाई लक्ष्मण कुमार ने ऐलान किया है कि जो भी शख्स ललन कुमार का पता बताएगा, उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
शिक्षक ललन कुमार लहेरियासराय के खाजासराय में किराये के मकान में परिवार के साथ रहते थे। यहीं से वह चकवा भड़वाड़ी हाई स्कूल पढ़ाने के लिए आना-जाना करते थे। उन्होंने टीवी पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार के बारे में देखा तो खासा प्रभावित हो गए।
कब से हैं लापता?
बागेश्वर धाम के दर्शन करने और दिव्य दरबार में अपनी अर्जी लगाने के लिए वे 4 फरवरी को दरभंगा जंक्शन से पवन एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर छतरपुर के लिए रवाना हुए थे। 5 फरवरी को पत्नी सविता कुमारी को फोन पर वहां पहुंचने की जानकारी दी थी। 6 फरवरी को धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के बाद शिक्षक ने अपनी पत्नी से बात की थी।परिवार के सदस्यों ने बताया कि 7 फरवरी को उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा, जिससे परिवार वाले लोग चिंतित होने लगे। 11 फरवरी को मध्य प्रदेश के हरदा थाने से फोन आया कि आप का आदमी हरदा अस्पताल में है। इसके बाद परिवार वाले हरदा पहुंचे, लेकिन वहां शिक्षक का कोई पता नहीं चला। 12 फरवरी को फिर ललन के मोबाइल से कॉल आया और उधर से बताया गया कि इनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। अभी हरदा में हैं।
उन्होंने बताया कि अगले ही दिन ललन का छोटा भाई लक्ष्मण हरदा पहुंचा और वहां काफी खोजबीन की, लेकिन शिक्षक भाई का कोई पता नहीं चल सका। ललन चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। शिक्षक के दो बेटे हैं- 11 साल का माधव और आठ साल का राघव रवि।
पुलिस से नहीं मिली मदद
शिक्षक की पत्नी सविता कुमारी ने बताया कि 8 फरवरी को स्थानीय थाने में जाकर पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन वहां से किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिल सकी। तीन बार एसपी के सामने भी गुहार लगाई। 25 फरवरी को मुख्यमंत्री जनता दरबार के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, लेकिन अब तक किसी तरह की कोई अपडेट नहीं मिली।
ऐसे में अब परिवार वालों ने इनाम की घोषणा की है। छोटे भाई लक्ष्मण कुमार ने ऐलान किया कि जो व्यक्ति मेरे बड़े भाई को ढूंढ कर ला देगा, उसे एक लाख रुपये नकद धनराशि इनाम में दी जाएगी। लक्ष्मण कुमार पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
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