आशा ने मांगों के समर्थन में पवन एक्सप्रेस को रोका, नारेबाजी
पनी बारह सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलनरत आशा कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को दरभंगा जंक्शन पर पवन एक्सप्रेस को लगभग ढ़ाई घंटा तक रोके रखा।
दरभंगा। अपनी बारह सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलनरत आशा कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को दरभंगा जंक्शन पर पवन एक्सप्रेस को लगभग ढ़ाई घंटा तक रोके रखा। इस दौरान वे लगातार नारेबाजी करते रहे। आशा को सरकारी सेवक घोषित करने, 18 हजार रुपये मानदेय सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर आशा के संयुक्त मंच के आह्वान पर 27 दिनों से आंदोलन चल रहा है। रेल रोको आंदोलन में बिहार राज्य आशा कार्यकत्र्ता संघ (गोप गुट), खेग्रामस, ऐपवा, बिहार राज्य आशा संघ, बिहार राज्य जन स्वास्थ्य चिकित्सा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में दरभंगा म्यूजियम से आंदोलनकारी जुलूस के रुप में निकले और दरभंगा जंक्शन पर खड़ी पवन एक्सप्रेस के सामने रेल पटरी पर उतरकर नारेबाजी करने लगे। रेल रोको अभियान का नेतृत्व सबिता कुमारी, ममता कुमारी, विजय लक्ष्मी देवी, चमन आरा, बिहार राज्य आशा संघ के सरंक्षक उमेश साह, ऐपवा की रसीदा खातून, खेग्रामस के गणेश महतो, विनोद ¨सह, सुनीता देवी आदि कर रहे थे। रेल पटरी पर विजय लक्ष्मी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू नेता उमेश प्रसाद साह ने कहा कि 27 दिनों से आशा के हड़ताल से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह ठप है। लेकिन, सरकार सोयी हुई है और आज बाध्य होकर आशा कार्यकत्र्ता ट्रेन रोकने को मजबूर हुए हैं। अगर जल्द सरकार आशा की मांगों पर सकारात्मक पहल नही करती है तो आंदोलन और तेज होगा व हड़ताल जारी रहेगा।
----------------------------------------------------------------------