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राजस्थान पुलिस की वेबसाइट हैक करने वाला बिहार का शातिर ठग समरेश झा गिरफ्तार, हर महीने डेढ़ सौ लोगों को ऐसे लगाता था चूना

Cyber Thug Samaresh Jha Arrested राजस्थान पुलिस ने बिहार के दरभंगा से शातिर साइबर ठग समरेश झा को गिरफ्तार कर लिया है। समरेश झा पर राजस्थान क्राइम ब्रांच और पुलिस की वेबसाइट को हैक करने का आरोप है। वह राजस्थान पुलिस की वेबसाइट हैक करके उन आरोपितों के बैंक खाते को फ्रीज कर देता था जिसके खिलाफ गंभीर मामले में जांच चल रही होती थी।

By Mukesh Srivastava Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 24 Mar 2024 03:59 PM (IST)
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राजस्थान पुलिस की वेबसाइट हैक करने वाला बिहार का शातिर ठग समरेश झा गिरफ्तार। (सांकेतिक फोटो)
संवाददाता, दरभंगा। राजस्थान सीआईडी टीम (Rajasthan Police in Bihar) के हत्थे चढ़े बिहार के दरभंगा (Darbhanga News) के पकटोला निवासी समरेश झा ( Cyber Thug Samaresh Jha Arrested) कोई मामूली अपराध में गिरफ्तार नहीं हुआ है। वह राजस्थान क्राइम ब्रांच और पुलिस की वेबसाइट को हैक (Rajasthan Crime Branch Police Website Hacked) कर उन आरोपितों के बैंक खाते को फ्रीज कर देता था, जिसके खिलाफ गंभीर मामले में जांच चल रही होती थी।

बैंक खाते को फ्रीज करने के बाद संबंधितों को ब्लैकमेल कर मुंहमांगी रकम वसूलने का काम करता था। पूछताछ में जो बातें सामने आई उससे राजस्थान सीआईडी अधिकारी भी हैरान रह गए।

हर महीने डेढ़ सौ लोगों को लगाता था चूना

आरोपित ने कहा - प्रति माह डेढ़ सौ केस को स्टडी कर संबंधितों को चूना लगाते थे। इससे वहां की पुलिस भी अनजान थी और संबंधित बैंक के अधिकारी भी। पूरी खेल को करने के लिए समरेश ने एक सॉफ्टवेयर भी खरीद रखा था। हालांकि, चोर अपना सबूत छोड़ देता है, इसी के तहत वह सीआईडी के हत्थे चढ़ गया।

सीएसपी संचालक की भूमिका

बताया जाता है कि समरेश ने दरभंगा के जाले थाना क्षेत्र के निवासी संजय कुमार झा के सीएसपी से एक सॉफ्टवेयर कंपनी को 20 हजार रुपये ट्रांसफर कराया। इसी गलती ने उसे सलाखों तक पहुंचा दिया।

सीआईडी टीम को इसकी जानकारी मिल गई और सबसे पहले संजय कुमार झा की खोज में पहुंची।  संजय ने टीम का सामना किया।

उसने पुलिस टीम से कहा कि हां, रुपये मैंने रुपये ट्रांसफर किए हैं, हालांकि यह काम मैंने समरेश के कहने पर किया है। रुपये भी उसने ही दिया। इतना सुनते ही सीआईडी टीम ने उसे सरकारी गवाह बनाते हुए पकटोला गांव में छापेमारी की, जहां से समरेश दबोच लिया।

मुंबई में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है समरेश

पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि वह साइबर अपराध मामले में मुंबई में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, समरेश मुंबई से जमानत लेने के बाद राजस्थान पहुंचा, जहां वह साइबर ठगी के लिए नए तरीके का इजाद किया।

ऐसे पकड़ में आया मामला

सॉफ्टवेयर के माध्यम से पुलिस के वेबसाइट को हैक कर उन लोगों का पूरी जानकारी हासिल करता था, जो किसी ना किसी मामले में या तो आरोपित होते थे, अथवा उसकी संलिप्तता को लेकर जांच चल रही होती थी।

ऐसे में संबंधितों की पूरी जानकारी हासिल करने के बाद हैक वेबसाइट के माध्यम से बैंक को पत्राचार कर खाता को फ्रीज कराकर रुपये की ठगी करता था। हालांकि, धीरे-धीरे कुछ लोगों इसकी शिकायत जयपुर साइबर थाने में दर्ज कराई। जब शुरुआत में मामले की जांच की गई तो यह मामला बड़ा पाया गया।

इसे देखते हुए पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेवारी सीआईडी टीम को मिली। जांच में यह पाया गया कि समरेश के नेटवर्क में दर्जनों से अधिक लोग शामिल हैं, जो कई राज्यों में फैला है।

किन-किन राज्यों में फैला है ये शातिराना जाल

अब सीआईडी टीम यह जानकारी जुटाने में जुटी है उसने अब तक किन-किन राज्यों में इस तरह की घटना को अंजाम दिया है।

बताया गया है कि समरेश एक फ्रीज खाता को खुलवाने के नाम पर 25 से 50 हजार रुपये की ठगी करता था। ऐसे में यह करोड़ों की ठगी का मामला बनता दिख रहा है।

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