बुधवार को पटना एसटीएफ और बेगूसराय पुलिस की संयुक्त टीम ने बेगूसराय के कैप्शन होटल में छापेमारी करते हुए एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी आम लोगों पर एसटीएफ अधिकारी होने का धौंस जमाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था। गिरफ्तार ठग की पहचान दरभंगा के मंझौलिया अशोक पेपर मील निवासी भवेश चौधरी के रूप में हुई है।
By manish kumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 23 Aug 2023 10:17 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बेगूसराय। Darbhanga Fake STF Officer Arrested । बुधवार को पटना एसटीएफ और बेगूसराय पुलिस की संयुक्त टीम ने बेगूसराय के कैप्शन होटल में छापेमारी करते हुए एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी आम लोगों पर एसटीएफ अधिकारी होने का धौंस जमाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था। गिरफ्तार ठग की पहचान दरभंगा के मंझौलिया अशोक पेपर मील निवासी भवेश चौधरी के रूप में हुई है।
डायरी खोलेगा राज
एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि होटल के कमरे की तलाशी के क्रम में पुलिस की दो सेट वर्दी, एक जोड़ी लाल जूता, दो चमड़े का लाल बेल्ट, दो मोबाइल, पुलिस द्वारा प्रयोग किए जाने वाला एक डंडा व डायरी मिली है। वहीं होटल की पार्किंग से पुलिस का स्टीकर लगा एक झारखंड नंबर की कार की बरामद की गई है।
होटल से चला रहा था ठगी का गिरोह
मिली जानकारी के अनुसार, दरभंगा का रहने वाला यह ठग लंबे समय से लोहियानगर ओपी क्षेत्र के परिसदन और ऑफिसर्स कॉलोनी के पास स्थित कैप्शन होटल में रहकर अपना गिरोह चला कर रहा था।
बेगूसराय शहर व आसपास अवैध कारोबार करने वालों को उक्त ठग बेगूसराय के एसटीएफ का जिला प्रभारी होने का धौंस जमा कर वसूली करता था।
सदर डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी
इस संबंध में गुप्त सूचना मिलने पर एसपी योगेंद्र कुमार ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर सत्यापन और कार्रवाई का निर्देश दिया।
सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने होटल के चिन्हित कमरा संख्या 310 में छापेमारी कर फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में इसने लोगों पर धौंस जमाकर ठगी करने के लिए वर्दी पहनने की बात स्वीकार की है।
बरामद डायरी और बैंक खातों की हो रही जांच
एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि फर्जी दरोगा के पास से एक डायरी मिली है। डायरी में कई लोगों से लेन- देन का जिक्र हैं।
फर्जी दरोगा अवैध कारोबार करने वाले लोगों को शिकार बनाता था, इसलिए पुलिस डायरी में अंकित लोगों को रडार पर लेकर जांच पड़ताल में जुटी है।
डायरी की जांच में कई महत्वपूर्ण खुलासा होने के कयास लगाया जा रहा है।
इधर पुलिस ने गिरफ्तार ठग के बैंक खाते, उसके पास मिले एटीएम कार्ड समेत अन्य दस्तावेज की जांच पड़ताल कर रही है। अवैध रूप से अर्जित धन जब्त किया जाएगा।
2021 में दबोचा गया था IB अफसर
2021 में बेगूसराय के सिंघौल ओपी अध्यक्ष दीपक कुमार ने ओपी क्षेत्र के नागदह स्थित एक किराए के मकान से रहकर अपने को आईबी का अधिकारी बताकर रौब जमाने और ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार ठग की पहचान खगड़िया जिला के महेशखूंट निवासी आलोक सिंह उर्फ आलोक राणावत के रूप में हुई।
पुलिस जांच में जानकारी मिली कि उक्त ठग सीओ, बीडीओ, थानाध्यक्ष समेत अन्य अधिकारी के यहां पैरवी कराने के नाम पर लोगों से ठगी करता था।
आईबी अधिकारी बनकर इसने पटना नगर विकास विभाग में पदस्थापित एक कर्मी के उलाव स्थित मकान पर भी कब्जा जमा लिया था।
2016 में फर्जी IPS हुआ था गिरफ्तार
2016 में तत्कालीन एसपी रंजीत कुमार मिश्रा की सजगता से एक फर्जी आईपीएस गिरफ्तार किया गया। दिल्ली में पदस्थापित आईपीएस बता कर सरकारी बॉडीगार्ड की सुविधा भोगने वाले इस ठग की पहचान बखरी के परिहारा निवासी आशीष आनंद के रूप में हुई।
उक्त ठग बाडीगार्ड का रिन्युअल कराने एसपी ऑफिस पहुंचा था। एसपी ने सैल्यूट करने के गलत तरीके को देख कर संदेह व्यक्त किया और हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर नकली आईपीएस बन सरकारी सुविधा का लाभ उठाने का खुलासा हुआ।
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