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बाक्स कलवर्ट ब्रिज का नहीं मिल रहा लाभ, भींग रहे यात्री, सड़क के टर्मिनल तक बन रहा शेड

स्थानीय एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं की कमी लोगों को खल रही है। खास तौर पर ऐसे मौसम में जब वर्षा हो रही हो और करीब तीन सौ मीटर की दूरी लोगों को खुले में पैदल तय कर जानी पड़ती हो। हालांकि सरकारी स्तर पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 12:27 AM (IST)
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बाक्स कलवर्ट ब्रिज का नहीं मिल रहा लाभ, भींग रहे यात्री, सड़क के टर्मिनल तक बन रहा शेड

दरभंगा । स्थानीय एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं की कमी लोगों को खल रही है। खास तौर पर ऐसे मौसम में जब वर्षा हो रही हो और करीब तीन सौ मीटर की दूरी लोगों को खुले में पैदल तय कर जानी पड़ती हो। हालांकि, सरकारी स्तर पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है। यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-105 से टर्मिनल बिल्डिग तक यात्रियों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार (पुल निर्माण निगम लिमिटेड) ने एयरपोर्ट के सामने बाक्स ब्रिज कलवर्ट पुल का निर्माण कराया है। इसका उद्घाटन भी 26 जून 2022 को हो गया। पुल का उद्घाटन होने के बाद भी इससे यात्रियों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। वजह यह कि अभी यहां एनएच-105 से टर्मिनल बिल्डिग तक यात्रियों को वर्षा व धूप से बचाने के लिए शेड का निर्माण किया जा रहा है। इसकी निविदा प्रक्रिया मार्च में की गई थी। करीब 86 लाख की लागत से बननेवाले शेड बनाने का काम पूरा करने के लिए मार्च-2023 तक का समय निर्धारित किया गया है। सड़क के पुल के अंतिम छोर तक गार्डर लगाने व ऊपर छज्जा बिछाने के लिए गार्डर बिछाने का काम चल रहा है। जानकार बताते हैं कि इस गति से यदि काम चलता है तो फिर अगले दो महीनों में काम पूरा किया जा सकता है। हालांकि, विभागीय सूत्रों का कहना है कि बरसात के कारण काम की गति थोड़ी धीमी हुई है।

तीन सौ फीट लंबी और 14 मीटर चौड़ाई में चल रहा शेड निर्माण का काम

बताते हैं कि एयरपोर्ट पर बनाया जा रहा शेड करीब 14 मीटर चौड़ा होगा। इसकी लंबाई एनच से लेकर टर्मिनल बिल्डिग तक करीब 300 फीट होगी। इस काम को समय से पूरा करने के लिए स्थानीय जिला प्रशासन से लेकर सरकार तक गंभीर है। दावा किया जा रहा है कि शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। वहीं यात्री बताते हैं कि नए पुल का लाभ मिले तो बात बने। यहां तो लाभ ही नहीं मिल पा रहा। करीब तीन सौ मीटर पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। इनसेट एयरपोर्ट से यात्रा करना हो रहा मुश्किल फोटो : 02 डीआरजी 10

एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाए जाने की बात लगातार की जाती रही। शुरू के दिनों में यहां से यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई। वजह यह कि उस वक्त किराया पटना और दरभंगा से इच्छित शहरों के लिया ठीक था। सौ से दो सौ रुपये का अंतर था। अब किराए में वृद्धि हो गई और सुविधाएं घट गईं। ब्रिज बन गया, उद्घाटन हो गया। चालू नहीं किया गया। वर्षा में यात्रियों के वाहनों को टर्मिनल तक जाने की इजाजत देने की बात हुई, वह भी ठंडे बस्ते में है। फिर तो यहां से यात्रा करना मुश्किल हो रहा।

पवन सुरेका

पूर्व अध्यक्ष

प्रणंडलीय वाणिज्य उद्योग परिषद, दरभंगा।

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फोटो : 02 डीआरजी 11

एयरपोर्ट से यात्रा करने में सबसे ज्यादा परेशानी तब हो रही है जब वर्षा होती है। या फिर तेज धूप में परिवार के बुजुर्ग या किसी रोगी को लेकर जाना होता है। शुरू के दिनों में फ्लाइट समय पर रहती थी। सेवा प्रदाता कंपनियां सक्रिय थी। एयरपोर्ट के अधिकारी यात्रियों के प्रति संजीदगी दिखाते थे। हाल में एयरपोर्ट पर पुल भी बना है। फिर भी वहां से वाहनों का प्रवेश नहीं हो पा रहा है। एयरपोर्ट पर वेटिग एरिया में यह स्थिति है कि तेज बारिश में भींगना होता है और धूप में तपना होता है। प्लास्टिक की कुर्सी मिलती है। जरूरी है कि नए पुल को चालू कर सेवा को बेहतर बनाया जाए।

नीरज कुमार खेड़िया

व्यवसायी सह वरीय उपाध्यक्ष

बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन

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