Darbhanga Aiims: दरभंगा एम्स के लिए कौन सी जमीन सही? तीन सप्ताह में रिपोर्ट देगी केंद्रीय टीम, ये है तैयारी
Darbhanga Aiims दरभंगा एम्स का काम जल्द ही शुरू किया जाना है। इसको लेकर जमीन की तलाश जारी है। दरभंगा एम्स के लिए कौन भी भूमि उपयुक्त? इसकी रिपोर्ट सेंट्रल टीम तीन सप्ताह के भीतर देगी। दरभंगा एम्स के निर्माण को लेकर प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर पांच सदस्यीय केंद्रीय तकनीकी टीम सोमवार को पहुंची।
जागरण संवाददाता, दरभंगा। Darbhanga Aiims दरभंगा एम्स के निर्माण को लेकर प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर पांच सदस्यीय केंद्रीय तकनीकी टीम सोमवार को पहुंची। टीम ने डीएमसीएच के मेडिकल परिसर एवं एकमी शोभन बाईपास स्थित जमीन का मुआयना किया।
टीम में शामिल पीएमएसएसवाइ (प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना) के निदेशक डॉ. नरेंद्र कुमार ओझा ने कहा कि दोनों स्थलों के बारे में टीम तीन सप्ताह में रिपोर्ट सौंप देगी। बताया कि एम्स की जमीन राज्य सरकार ने पहले ही दे दी है।
विशेषज्ञ टीम ने शोभन बाईपास एवं डीएमसीएच की जमीन को देखा है। दोनों स्थलों में जो उपयुक्त होगा, रिपोर्ट में उसका उल्लेख किया जाएगा। पांच सदस्यीय टीम ने शोभन बाईपास वाली जमीन के निरीक्षण में एनएचआइ, बिजली विभाग, बाढ़ नियंत्रण, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से पूछताछ कर सभी की रिपोर्ट को देखा।
इन सब बातों पर मेन फोकस
भूमि रिकॉर्ड, जमीन से संबंधित नक्शा और अन्य दस्तावेजों के एक-एक प्वाइंट को देखकर अधिकारियों के साथ चर्चा की। टीम ने जमीन पर बाढ़ का पानी कितने दिनों तक रहता है, कितना फीट पानी लगता है, शोभन बाईपास से एनएच की दूरी, बाईपास से जमीन की गहराई, हाइटेंशन तार को किधर शिफ्ट किया जाएगा, फोरलेन किस साइड से बनेगा और कितनी मिट्टी भराई होगी की भी जानकारी ली।
टीम दोपहर दो बजे डीएमसीएच के मेडिकल मैदान पहुंची, जिसमें प्रस्तावित जमीन पर एम्स बनाने के लिए तैयार नक्शा दिखाया गया। मैप के अनुसार रेलवे लाइन के उस पार एम्स के लिए जमीन है, उसका भी निरीक्षण किया। डीएमसीएच में एम्स की जमीन पर बाढ़ का पानी आता है या नहीं, इसकी जानकारी ली।
रेलवे लाइन के उस पार 25 एकड़ जमीन का भी निरीक्षण
वहीं, इस जमीन पर बरसात का जलजमाव कितना लगता व कितने दिनों तक रहता है, जाना। डीएमसीएच से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एनएच की दूरी की भी जानकारी ली। इस जमीन से कितनी दूरी पर आमस प्रोजेक्ट की सड़क बनेगी, इसके बारे में पूछताछ की।
रेलवे लाइन के उस पार 25 एकड़ जमीन का भी निरीक्षण किया। बीएमएसआइसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर सागर जायसवाल ने मेडिकल मैदान में 2100 बेड के अस्पताल निर्माण के लिए तैयार नक्शा टीम के समक्ष प्रस्तुत किया।बताया कि इस स्थल पर अस्पताल बनाने के लिए सीएम ने शिलान्यास किया था। टीम के साथ डीएम राजीव रौशन भी थे।
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