Move to Jagran APP

Darbhanga News: दरभंगा घराने के पद्मश्री पंडित रामकुमार मल्लिक का निधन, पूरे राज्य में शोक की लहर

Darbhanga News दरभंगा घराने के पद्मश्री पंडित रामकुमार मल्लिक (73) का निधन शनिवार की रात पैतृक ग्राम आमता में हृदय गति रुक जाने से हो गया। वे पंडित विदुर मल्लिक के पुत्र व शिष्य थे। पंडित जी देश-विदेश के प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी गायकी का लोहा मनवाया। कई सम्मानों से अलंकृत थे। वर्ष 2024 में इनको पद्मश्री अलंकरण से नवाजा गया।

By Jagran News Edited By: Sanjeev Kumar Published: Sun, 09 Jun 2024 10:13 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2024 10:13 AM (IST)
दरभंगा घराना के पद्मश्री पंडित रामकुमार मल्लिक का निधन (जागरण)

जागरण संवाददाता, दरभंगा। Darbhanga News: दरभंगा घराने के पद्मश्री पंडित रामकुमार मल्लिक (73) का निधन शनिवार की रात पैतृक ग्राम आमता में हृदय गति रुक जाने से हो गया। वे पंडित विदुर मल्लिक के पुत्र व शिष्य थे। पंडित जी देश-विदेश के प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी गायकी का लोहा मनवाया था। कई सम्मानों से अलंकृत थे।

वर्ष 2024 में इनको पद्मश्री अलंकरण से नवाजा गया। उनकी दो पुत्री रुबी, रिंकी, चार पुत्र संतोष, समित, साहित्य एवं संगीत मल्लिक है। पंडितजी ने अपने सभी पुत्रों और शिष्य को ध्रुपद गायकी के लिए तैयार किया। वे करीब पांच सौ वर्ष से निरंतर चली आ रही ध्रुपद परंपरा की 12 वीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते थे।

ध्रुपद ने इनका प्रशिक्षण बचपन से ही अपने गुरु और पिता ध्रुपद सम्राट पं. विदुर मल्लिक के मार्गदर्शन में शुरू हुआ। दादा पंडित सुखदेव मल्लिक से भी संगीत सीखने का अवसर मिला। इनकी गायकी में गौहार वाणी, खंडार वाणी कस सुमधुर प्रयोग स्पष्ट से रूप से दिखाई देता था। इनके जाने से दरभंगा घराना ही नहीं बल्कि संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।

यह भी पढ़ें

Arrah Lok Sabha Result: आरा में आरके सिंह को किसने दिया धोखा? हो गया खुलासा; सियासी हलचल हुई तेज

Samastipur Lok Sabha Result: शांभवी चौधरी को जिताने में किसका हाथ? राज से उठा पर्दा; ऐसे रचा गया चक्रव्यूह


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.