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Darbhanga News: दरभंगा में थाना प्रभारी और दारोगा निलंबित, भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद SSP ने लिया एक्शन

Darbhanga Police Officers Suspend दरभंगा के फेकला थानाध्यक्ष पूजा कुमारी और दारोगा पन्नालाल सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने एक वारंटी को पकड़कर थाने से रिश्वत लेकर छोड़ दिया था। एसएसपी ने इस मामले की जांच करवाई और पाया कि आरोप सच हैं जिसके बाद दोनों को निलंबित किया गया।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 19 Nov 2024 09:00 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, दरभंगा। दरभंगा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस ने फेकला थानाध्यक्ष पूजा कुमारी और दारोगा पन्नालाल सिंह को निलंबित कर दिया है। दोनों अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे।

क्या है मामला?

सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों अधिकारियों पर एक वारंटी को पकड़कर थाने से रिश्वत लेकर छोड़ देने का आरोप था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय को जांच का जिम्मा सौंपा था।

जांच में आरोप हुए साबित

पुलिस उपाधीक्षक द्वारा की गई जांच में यह बात सामने आई कि थानाध्यक्ष और दारोगा दोनों ही इस मामले में दोषी हैं। उन्होंने वारंटी से रिश्वत लेकर उसे थाने से छोड़ दिया था। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसएसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया।

इतना ही नहीं, एसएसपी ने मामले की जांच रिपोर्ट के आधार पर फेकला थानाध्यक्ष पूजा कुमारी व पन्ना लाल सिंह को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

यह पहली बार नहीं है जब फेकला थाना में भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। इससे पहले भी तीन महीने पहले इसी थाने की थानाध्यक्ष तृषा सैनी को शराब धंधेबाजों से कथित सांठगाठ में निलंबित किया जा चुका है।

क्यों है यह मामला महत्वपूर्ण?

यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्रवाई से लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा और भ्रष्टाचारियों में डर पैदा होगा।

निष्कर्ष

दरभंगा पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई एक सकारात्मक संकेत है। इससे यह पता चलता है कि पुलिस भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। उम्मीद है कि इस तरह की कार्रवाई से भविष्य में भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आएगी।

अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक के साथ डायल 112 पुलिस ने किया दुर्व्यवहार

इसके अलावा, अन्य मामले की बात करें तो उधर बगहा में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार तिवारी के साथ डायल 112 के पुलिस कर्मियों ने दुर्व्यवहार किया।

उपाधीक्षक ने इस मामले की शिकायत बगहा एसडीपीओ कुमार देवेंद्र से की है। चौतरवा के बंसवरिया चौक पर एक ट्रैक्टर चालक ने बेतिया निवासी बिट्टू कुमार को ठोकर मार दी थी। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डायल 112 की पुलिस इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल लाई थी। जिसका इलाज उपाधीक्षक स्वयं कर रहे थे।

इसके बाद उन्होंने जख्मी के पास मोबाइल होने की जानकारी डायल 112 की पुलिस से मांगी। जिससे कि घायल की पहचान हो सके।

यह पूछते ही जवान आगबबूला हो गया और कड़े तेवर में बात करते हुए कहने लगा कि पहचानते नहीं मैं कौन हूं। उसके बाद डीएस ने अपना परिचय भी दिया कि वे इस अस्पताल के उपाधीक्षक हैं। इसके बावजूद उसने दुर्व्यवहार किया। इन सभी वारदात की वीडियो सीसीटीवी में कैद है। 

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