Mukesh Sahani Father Murder: चोरी नहीं हत्या करना था मकसद, नफरत से भरे थे हत्यारे; हिरासत में चार संदिग्ध
Jitan Sahani Murder Case सोमवार की रात वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की उनके निर्माणाधीन घर पर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस केस में चार लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। वहीं पुलिस भी इस बात को मान रही है कि हत्या का मकसद चोरी नहीं था।
जागरण संवाददाता, दरभंगा। घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जिरात स्थित घर में विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) प्रमुख सह पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी (65) की हत्या का पर्दाफाश पुलिस के लिए चुनौती बन गई है।
बदमाशों ने जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया है, इससे साफ जाहिर होता है कि मकसद सिर्फ हत्या करना था। यही कारण था कि बदमाशों ने लंबे फल वाले चाकू से जीतन के पेट को इस तरह से फाड़ा कि उनकी अतड़ियां तो बाहर आई ही, साथ ही चाकू पीठ से बाहर निकल गया। जीतन सहनी की लाश बिस्तर पर पड़ी मिली थी।
हाथ, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी प्रहार करने से नहीं चूके। ऐसी स्थिति में पुलिस यह जानकारी जुटाने में जुटी है कि आखिरकार हत्यारों को किस बात से जीतन से नफरत थी। जीतन का शव जिस बिस्तर से खून से लथपथ स्थिति में बरामद हुआ वहां रुपये भी मिले हैं और मोबाइल भी।
बदमाशों ने ध्यान भटकाने की कोशिश की
बदमाशों का मकसद अगर चोरी करना होता तो बिस्तर से रुपये और मोबाइल जरूर उठाते, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसी सवाल को पुलिस खंगालने में जुटी है। पुलिस का मानना है कि बदमाशों ने ध्यान भटकाने की कोशिश की है।
इसी उद्देश्य से पानी से भरे गड्ढे में जीतन के कमरे से आलमीरा ले जाकर फेंक दिया ताकि, मामला चोरी का प्रतीत हो। पुलिस इसी बिंदु पर अनुसंधान कर रही है। काफी हद तक इसमें सफलता भी मिली है। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में चार युवकों को जीतन के कमरे में जाते और निकलते हुए देखा गया है।
जानकारों का कहना है कि ऐसी स्थिति में चार व्यक्ति एक वृद्ध को आराम से काबू कर चोरी अथवा लूटपाट कर सकते हैं। इस तरह से हत्या करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। बहरहाल, पुलिस भी अब मान रही है कि यह हत्या चोरी की घटना को लेकर नहीं हुई है।
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