Move to Jagran APP

Bihar Smart Meter: स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिरदर्द साबित, शिकायतों का नहीं होता निपटारा; अचानक कट रहे पैसे

Bihar Smart Prepaid Meter उपभोक्ताओं को सुविधा के नाम पर उपलब्ध कराया गया स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिरदर्द साबित हो रहा है। उपभोक्ता अपनी खर्च के लगभग समतुल्य राशि रिचार्ज कर अगर यह सोचते हैं कि वे महीना भर निश्चित रहेंगे तो उन्हें किसी भी समय धोखा हो सकता है। अचानक बिल बनने पर उनके खाते की राशि कट जाती है।

By Prince Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 27 May 2024 08:27 PM (IST)
Hero Image
स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिरदर्द साबित, शिकायतों का नहीं होता निपटारा; अचानक कट रहे पैसे
जागरण संवाददाता, दरभंगा। Bihar Prepaid Meter उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति और विपत्र में गड़बड़ी की समस्या के समाधान के लिए दरभंगा शहरी क्षेत्र में उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाया गया, लेकिन जिन उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगा, उनकी समस्या और गहराती जा रही है।

इस मीटर में रिचार्ज के बाद इसका सही हिसाब पता लगाना कठिन हो रहा है। हर महीने बिल में असमान उतार-चढ़ाव तो होता ही है, किसी भी समय अचानक सैकड़ों रुपये ग्राहक के खाते से समाप्त हो जाते हैं। प्रविधान के अनुसार, उन्हें इसकी पूर्व सूचना भी नहीं दी जाती और अचानक बिजली कट जाती है।

इसका एरियर कैसे जमा हो रहा, कैसे कटौती हो रही है, कोई अधिकारी इसका सही जवाब देने की स्थिति में भी नहीं है। सभी का कहना है कि ऐप पर पूरी जानकारी रहती है।

रामानंदपथ निवासी उपभोक्ता मीना कुमारी कहती हैं, पिछले माह एप के माध्मय से उपभोक्ता संख्या 400364962 से 24 अप्रैल को अचानक सात सौ रुपये कट गए। इसकी शिकायत विद्युत विभाग के अधिकारियों से भी की, लेकिन कटा हुआ पैसा वापस नहीं आया। ऐप पर भी शिकायत की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

विपत्र सुधार के लिए हर दिन चक्कर लगा रहे दर्जनों उपभोक्ता

उपभोक्ताओं को सुविधा के नाम पर उपलब्ध कराया गया स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिरदर्द साबित हो रहा है। उपभोक्ता अपनी खर्च के लगभग समतुल्य राशि रिचार्ज कर अगर यह सोचते हैं कि वे महीना भर निश्चित रहेंगे, तो उन्हें किसी भी समय धोखा हो सकता है। अचानक बिल बनने पर उनके खाते की राशि कट जाती है।

नियमानुसार रिचार्ज की राशि समाप्त होने के पूर्व उपभोक्ता के पंजीकृत नंबर पर सूचना दिया जाना है, लेकिन कई उपभोक्ताओं ने शिकायत किया कि बिना सूचना के लिए उनकी बिजली काट दी गई। दिनभर वे बिजली ठीक होने का इंतजार करते रहे। बाद में उन्हें संपर्क करने पर पता चलता है कि उनकी राशि समाप्त हो गई और बिजली काट दी गई है।

इस तरह उपभोक्ताओं की समस्या बढ़ती जा रही है। असमान बिल के बारे में कहा जाता है कि लोड बढ़ने के कारण अचानक राशि में बढ़ोतरी हो जाती है, इसके साथ दंड शुल्क भी जुड़ जाता है, जो पुराने मीटर में नहीं होता था।जितनी तेजी से शहर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया। उतनी ही तेजी से बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायतें भी आने लगी हैं।

ऑनलाइन समाधान नहीं, विभाग जा कर रहे हैं शिकायत

मीटर बंद होने या सर्वर से कनेक्ट नहीं होने की स्थिति में उपभोक्ताओं को अपने यहां होने वाले बिजली खपत की जानकारी नहीं मिल पा रही है। मीटर ठीक कराने के लिए लोग ऑनलाइन शिकायत कर रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। ऑनलाइन समाधान नहीं होने से परेशान लोग बिजली कार्यालय जाकर शिकायत दर्ज करवा रहे हैं।

स्मार्ट मीटर पूरी तरह सुरक्षित है। इसमें किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है। अगर उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है, तो उनकी समस्याओं का निदान किया जाएगा। शिकायत मिलने पर इस ओर कार्रवाई की जाएगी। - विकास कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता , दरभंगा शहरी

ये भी पढ़ें- Remal Cyclone: चक्रवाती तूफान 'रेमल' का कोहराम जारी, बिहार के लिए भी आ गया बारिश का अपडेट

ये भी पढ़ें- Manual RC Re-registration: मैनुअल आरसी वाले 15 वर्ष पुराने वाहनों का शुरू हुआ री-रजिस्ट्रेशन, पढ़ लें इसकी शर्तें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।