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    Bihar Politics: राजद में टिकट के दावेदारों में मची होड़, बागियों का सहारा बनेंगे तेज प्रताप यादव

    दरभंगा में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजद में टिकट के दावेदारों की होड़ बढ़ गई है। कई कार्यकर्ता बागी तेवर अपना रहे हैं और तेज प्रताप यादव का सहारा ले रहे हैं। तेज प्रताप ने हायाघाट में रोड शो किया और खुद को दूसरा लालू बताया। कार्यकर्ताओं का मानना है कि नए कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिल रहा जिससे बागियों की संख्या बढ़ सकती है।

    By Mukesh Srivastava Edited By: Krishna Parihar Updated: Sun, 24 Aug 2025 12:31 AM (IST)
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    राजद के बागियों को तेज प्रताप का मिलेगा सहारा

    मुकेश कुमार श्रीवास्तव, दरभंगा। विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, टिकट के दावेदार भी खुलकर सामने आने लगे हैं। ऐसे तो दावेदारी से हर दल के सुप्रीमो परेशान हैं, लेकिन, सबसे अधिक दावेदारी राजद के कार्यकर्ता कर रहे हैं। इसमें कई ने अभी से बागी के रूप में तैयारी भी शुरू कर दी है।

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    दरअसल, कई ने सामने वाले दिग्गज नेता को देख मान लिया है, उन्हें पार्टी का टिकट नहीं मिलने वाला है। ऐसे में तेज प्रताप यादव के सहारे सामाजिक न्याय की चेतना जगाने के लिए क्षेत्र में जाने के लिए आतुर हैं। दरभंगा जिले के हायाघाट और कुशेश्वरस्थान सुरक्षित क्षेत्र में हाल के दिनों में तेज प्रताप यादव ने अपने समर्थकों के साथ रोड शो कर चुके हैं।

    हायाघाट क्षेत्र के उज्जैना में उन्होंने सभा को संबोधित कर अपने को दूसरा लालू प्रसाद यादव बताकर समर्थकों में जोश भर दिया है। बताया जाता है कि तेज प्रताप यादव के लिए अंदर ही अंदर कई बड़े नेता काम कर रहे हैं। जिनकी नजर सभी विधानसभा सीटों पर है।

    इसमें चुनाव लड़ने वाले नेताओं को जातीय समीकरण के तहत चिह्नित किया जा रहा है। कई ने तो दो कदम आगे बढ़कर अपने क्षेत्र में तेज प्रताप का कार्यक्रम भी ले रहे हैं। कई नेताओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि समय नजदीक आने पर सब कुछ साफ हो जाएगा।

    हालांकि, इतना कहा कि वर्षों से पार्टी के खास लोग ही चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में नए कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिल रहा है। तेज प्रताप यादव से किसी नए कार्यकर्ताओं को बैर नहीं है। एक नेता ने कहा कि चुनाव लड़ना तो सभी का मौलिक अधिकार है। ऐसे में तेजस्वी और तेज प्रताप में कोई अंतर नहीं है।

    दोनों सामाजिक न्याय के पक्षधर हैं और एक ही परिवार के अलग-अलग दो फूल हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि कई ऐसे बागी तेजप्रताप के संपर्क में हैं, जो राजद और उसके प्रत्याशियों को झटका देने के लिए बेताब हैं।

    बता दें कि दरभंगा के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 2020 के चुनाव में राजद ने जाले और बेनीपुर को छोड़कर आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें मात्र एक सीट दरभंगा ग्रामीण से ललित कुमार यादव की जीत हुई थी।

    ऐसी स्थिति में राजद अपनी खोई हुई जमीन को वापस लेने के लिए जो तैयारी कर रही है उसमें तेज प्रताप फैक्टर की इंट्री महंगी साबित हो सकती है।