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आंबेडकर हॉस्टल में बीमार पड़ने का सिलसिला जारी, नाश्ता करने के बाद बेहोश हुईं दो और छात्राएं; DMCH में भर्ती

Bihar News राजकीय आंबेडकर आवासीय उच्च विद्यालय की छात्राओं के बीमार पड़ने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को भी दो छात्राओं को दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। बीमार छात्राओं में समस्तीपुर के हसनपुर निवासी गणेश पासवान की पुत्री अनुराधा कुमारी (16) एवं मनीगाछी के राघोपुर निवासी कुशेश्वर सदा की पुत्री प्रीति कुमारी (13) शामिल हैं।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Thu, 16 May 2024 09:22 AM (IST)
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आंबेडकर हॉस्टल में बीमार पड़ने का सिलसिला जारी

संवाद सहयोगी, दरभंगा। Bihar Health News राजकीय आंबेडकर आवासीय उच्च विद्यालय की छात्राओं के बीमार पड़ने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को भी दो छात्राओं को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।

बीमार छात्राओं में समस्तीपुर के हसनपुर निवासी गणेश पासवान की पुत्री अनुराधा कुमारी (16) एवं मनीगाछी के राघोपुर निवासी कुशेश्वर सदा की पुत्री प्रीति कुमारी (13) शामिल है। बताया जाता है कि सुबह में नाश्ता करने के कुछ देर बाद ही दोनों की तबीयत खराब होने लगी और बेहोश गईं।

दोनों बच्चियों के बीमार होने के बाद अस्पताल पहुंचे स्वजन भी छात्रावास की व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे। प्रीति कुमारी की मामी प्रियंका कुमारी ने बताया की मेरी भांजी सात वर्ष से हास्टल में रह रही है। पहले सब ठीक था, अब अचानक लड़कियां बीमार पड़ रही हैं। इससे हमलोग डर गए हैं क्या करें, समझ नहीं आ रहा है।

भयभीत हैं छात्राएं, कराई जाएगी मनोवैज्ञानिक जांच

राजकीय आवासीय स्कूल की छात्राएं भीतर से भयभीत हैं। इसके कारण चिकित्सकीय जांच में भी सहयोग नहीं कर रही हैं। बताया जाता है कि स्लाइन चढ़ाने के लिए इंट्राकैप, इंजेक्शन आदि लगाते ही छात्राएं डर जाती हैं। यहां तक कि चिकित्सक के नब्ज टटोलने पर छात्राएं सहम उठती हैं।

मंगलवार को जब उन्हें डीएमसीएच में भर्ती कराया गया तो वे डरी हुई दिख रही थीं। बुधवार को भर्ती होने वाली दोनों छात्राओं की भी वही स्थिति देख डीएमसीएच के चिकित्सकों ने साइकोलाजिकल जांच कराने का निर्णय लिया है।

बुधवार को बच्चियों की जांच करने के बाद यूनिट हेड डॉ. एके महथा ने बताया कि मनोचिकित्सक को सूचना दी गई है। उनकी जांच के बाद पता चलेगा कि बच्चियां क्यों डरी हुई हैं।

दो छात्राएं डिस्चार्ज, 10 का चल रहा उपचार

डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग में फिलहाल 10 छात्राओं का उपचार चल रहा है, जबकि बुधवार को शिशु वार्ड में भर्ती छठी कक्षा की छात्रा मोनिका और खुशबू को डिस्चार्ज कर दिया गया।

वहीं, छात्रा सुजाता, वैष्णवी, नंदिनी, स्वीटी, मुस्कान, सोनपरी, प्रतिमा एवं संगीता का इलाज चल रहा है। भर्ती छात्राओं को अस्पताल उपाधीक्षक डा.हरेंद्र कुमार और मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा.यूसी झा ने वार्ड में जाकर देखा। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य प्रबंधक को छात्राओं का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है।

छात्राओं के गले में संक्रमण

राजकीय आंबेडकर आवासीय उच्च विद्यालय में रहनेवाली सभी छात्राओं का मेडिकल चेकअप किया गया है। बताया है कि प्रत्येक माह छात्राओं की स्वास्थ्य जांच होती है। छात्रावास की बच्चियों के बीमार पड़ने पर विद्यालय प्रबंधन ने उपचार के लिए बहादुरपुर सीएचसी में भर्ती कराया था।

इसमें कुछ बच्चों को बेहतर चिकित्सा के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया। छात्राओं की गंभीर स्थिति देख सीएचसी प्रभारी डॉ. तारिक मंजर चिकित्सक की टीम लेकर छात्रावास पहुंचे।

वहां उन्होंने छात्रावास के प्राचार्य से बात की। फिर छात्रावास में रहने वाले करीब ढाई सौ छात्राओं की रैंडम स्वास्थ्य जांच की गई। उन्होंने बताया कि बच्चियां गले में इंफेक्शन होने के कारण बीमार हुई हैं। अब गले में कैसा इंफेक्शन है, जिससे लड़कियां भयभीत हैं, इसका पता लगाया जा रहा है।

राजकीय आंबेडकर छात्रावास में बच्चियों के बीमार पड़ने के मामले में जांच टीम गठित की गई है। इसमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं। टीम दो दिनों में रिपोर्ट देगी। डीएमसीएच की अधीक्षक ने बच्चियों को स्वास्थ्य के पैरामीटर पर ठीक बताया है। बच्चियां पढ़ाई के दबाव व छुट्टी नहीं मिलने से डरी हुई हैं। टीम की रिपोर्ट से सच्चाई सामने आ जाएगी।--राजीव रौशन, जिलाधिकारी, दरभंगा

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