Bihar News: शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों में हेराफेरी कर चौकीदार बननेवालों पर कसेगा शिकंजा, वसूली जाएगी राशि
सामान्य शाखा की प्रभारी पदाधिकारी बताती हैं कि नियुक्ति-2022 में हुई है। ताजा पत्र वेतन भुगतान से पहले सभी संबंधित प्रमाण-पत्रों के सत्यापन से जुड़ा है। उनमें से एक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पत्र को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। इस मामले में बोर्ड से पत्राचार किया जा रहा है। इसी के साथ संबंधित विज्ञापन संख्या से नियुक्त सभी चौकीदारों के प्रमाण-पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। जिले में विज्ञापन संख्या-1/2017 के तहत हुई चौकीदारों की नियुक्ति के बाद वेतन स्वीकृति आदेश में प्रमाण-पत्र सत्यापन को लेकर दर्ज बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के एक पत्र (पत्रांक 6804 दिनांक 27 जुलाई 2023) पर उठे सवाल के बाद अब उनलोगों पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है, जिन्होंने इस नियुक्ति में प्रमाण-पत्र सौंपने से लेकर जांच तक में गड़बड़ी की है।
बताया गया है कि जिलाधिकारी कार्यालय के सामान्य शाखा से जारी चौकीदारों की नियुक्ति के बाद वेतन भुगतान के लिए जारी स्वीकृति से संबंधित आदेश पत्र में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के उप सचिव की ओर से जारी जिस पत्र को आधार बनाते हुए प्रमाण-पत्रों के सत्यापन की बात कही गई है, वह पत्र समिति की ओर से नहीं जारी किए जाने की बात सामने आई है।
समिति के लोक सूचना पदाधिकारी ने मधुबन के डीह टोला गुलबारा मधुबन निवासी सुमन कुमार मांगी गई सूचना का जवाब देते हुए कहा है कि पत्रांक 6804 दिनांक 27 जुलाई 2023 समिति द्वारा निर्गत नहीं किया गया है। इस सूचना के सामने आने के साथ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने इस पूरे विषय को गंभीरता से लिया है। मामले की जांच सामान्य प्रशाखा में चल रही है। सामान्य प्रशाखा की प्रभारी पुष्पा कुमारी स्वयं एक-एक व्यक्ति के प्रमाण-पत्रों की जांच कर रही हैं।
दोष साबित होने पर होगी कानूनी कार्रवाई
सामान्य शाखा की प्रभारी पदाधिकारी पुष्पा कुमारी बताती हैं- नियुक्ति-2022 में हुई है। ताजा पत्र वेतन भुगतान से पहले सभी संबंधित प्रमाण-पत्रों के सत्यापन से जुड़ा है। उनमें से एक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पत्र को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। इस मामले में बोर्ड से पत्राचार किया जा रहा है। इसी के साथ संबंधित विज्ञापन संख्या से नियुक्त सभी चौकीदारों के प्रमाण-पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है।
कुल 125 के प्रमाण-पत्रों के सत्यापन के लिए सभी संबंधित बोर्ड को पत्र लिखा जा रहा है। सत्यापन के बाद संबंधितों के वेतन का भुगतान किया जाएगा। वहीं जो लोग वेतन पा रहे हैं और जांच में उनका प्रमाण- पत्र फर्जी पाया जाता है तो उनसे राशि वसूल की जाएगी। साथ ही दोष सिद्ध होने पर संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इन पत्रों का दिया गया हवाला
यहां बता दें कि चौकीदार नियुक्ति के बाद वेतन स्वीकृति आदेश में जिन पत्रों का हवाला दिया गया है उनमें परीक्षा नियंत्रक बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड, पटना के पत्रांक 313 दिनांक 21 अप्रैल 2023, ज्ञापांक 378 दिनांक 04 मई 2023 एवं पत्रांक 379 दिनांक 04 मई 2023, परीक्षा नियंत्रण बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड पटना के पत्र संख्या 426-33ई दिनांक 12 जून 2023, परीक्षा नियंत्रक बिहार संस्कृत शिक्षा, बोर्ड पटना के पत्रांक 548 दिनांक 24 जून 2023, उप सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी के पत्र संख्या 907 दिनांक 03-08-2023 एवं उप सचिव बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना के पत्रांक 6804 दिनांक 27 जुलाई 2023 के द्वारा जारी किए गए पत्र शामिल हैं। जिलाधिकारी कार्यालय से दो सितंबर 2023 को 45 चौकीदारों को वेतन देने को लेकर आदेश जारी किया गया है। सूत्र बताते हैं कि इस सूची में कई ऐसे लोगों का नाम हैं, जो संबंधित कार्यालय के कर्मियों के रिश्तेदार या परिचित हैं।
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