Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग का एक आदेश और चली गई सैकड़ों शिक्षकों की नौकरी, DEO को करना होगा ये काम
एक अप्रैल से जिले में दो बार में नियुक्त 191 अतिथि शिक्षक उच्च माध्यमिक विद्यालयों से बाहर हो गए। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी कर एक अप्रैल से अतिथि शिक्षकों की सेवा नहीं लेने की बात कही है। साथ ही कहा है कि डीईओ अतिथि शिक्षकों के सेवा में नहीं होने का प्रमाण-पत्र शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराएंगे।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। जिले के सरकारी विद्यालयों को अब अतिथि शिक्षकों की जरूरत नहीं है। शिक्षा विभाग ने उच्च माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत सैकड़ों शिक्षकों को नौकरी से हटा दिया है।
एक अप्रैल से जिले में दो बार में नियुक्त 191 अतिथि शिक्षक उच्च माध्यमिक विद्यालयों से बाहर हो गए। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी कर एक अप्रैल से अतिथि शिक्षकों की सेवा नहीं लेने की बात कही है।
साथ ही कहा है कि डीईओ अतिथि शिक्षकों के सेवा में नहीं होने का प्रमाण-पत्र शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराएंगे।
बता दें कि जिले में कुछ अतिथि शिक्षक छह वर्ष तो कुछ दो वर्ष से जिले के विभिन्न उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे थे। जिले के अतिथि शिक्षकों का हाल बता रही है मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं, मुंह फेर लिया ऐसे जैसे जानते नहीं यह पंक्ति।
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा नित्यम गौरव ने बताया कि जिले में पहली कड़ी में 152 व द्वितीय कड़ी में 39 सहित कुल 191 अतिथि शिक्षकों का चयन कर कार्य लिया जा रहा था।
बताया कि इस बीच सरकार द्वारा तीन फेज में बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन से बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली हुई है। जैसे-जैसे शिक्षकों की बहाली होती गई जिले में अतिथि शिक्षकों की संख्या समाप्त हो गई। बताया कि अतिथि शिक्षकों को पारिश्रमिक के रूप में प्रतिदिन एक हजार की दर से विभाग द्वारा भुगतान किया जा रहा था।
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