Cold in Bihar बिहार में ठंड से लोगों का बुरा हाल है। इस कड़ाके की ठंड का असर सबसे अधिक छोटे बच्चों पर देखने को मिल रही है। पूर्वी चंपारण में जहां एक स्कूली बच्चे की मौत हो गई वहीं पश्चिमी चंपारण के एक ही गांव के दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों के परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।
संवाद सहयोगी, चकिया (पूर्वी चंपारण)/ पश्चिमी चंपारण। Bihar News: शहर के ब्लॉक रोड स्थित आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय बालक में बुधवार को चेतना सत्र के दौरान ठंड लगने से छठी के छात्र की मौत हो गई। मृत छात्र मनीष कुमार (13) थाना क्षेत्र के बड़ा बैशाहा निवासी राजेश राम का पुत्र था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भेज दिया। प्राचार्य रामनारायण पासवान ने बताया कि उसने न गर्म कपड़े पहने थे और न ही सुबह से कुछ खाया था।
बताया जाता है कि सुबह चेतना सत्र के दौरान छात्र अचानक अचेत होकर गिर पड़ा। शिक्षक व छात्रों ने आनन-फानन उसे स्कूल से सटे अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी स्वजन बच्चे को लेकर निजी अस्पताल में गए, वहां भी चिकित्सक ने बच्चे को मृत बताया।
प्राचार्य रामनारायण पासवान ने बताया कि नामांकन के आठ महीने के दौरान वह कुल मिलाकर 15 दिन भी स्कूल नहीं आया था। इसके कारण विभागीय निर्देश के आलोक में उसका नामांकन रद कर दिया गया था। बुधवार सुबह उठते ही वह खेलने चला गया।
बाद में उसकी मां ने उसे नहलाकर स्कूल पहुंचाया। उसने न गर्म कपड़े पहने थे और न ही सुबह से कुछ खाया था। चिकित्सक ने बताया कि ठंड की वजह से हृदयाघात (कोल्ड स्ट्रोक) से उसकी मौत हुई। स्कूल के शिक्षक ने घटना की जानकारी उसके स्वजन को दी।
इसके बाद स्वजन अस्पताल पहुंचे। मृत छात्र चार भाइयों व एक बहन में सबसे छोटा था। बच्चे की अचानक मौत के बाद मां गीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
पश्चिमी चंपारण में दो बच्चों की मौत
पिपरासी थाना क्षेत्र की सेमरा लबेदहा पंचायत के भैंसहिया में ठंडजनित बीमारी से दो बच्चों की मौत हो गई। सूचना के बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और स्वजन का बयान लिया। परिवारवालों ने बताया कि दोनों को ठंड के कारण बुखार था। खाने के बाद पेट में दर्द होने के बाद उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में ले जाया गया।वहां मौत हो गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि घरवालों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया।
बताया जाता है कि भैंसहिया के वार्ड छह निवासी सागर कुमार (12) व वार्ड तीन नया टोला के मुकेश कुमार (7) को मंगलवार देर शाम बुखार के बाद अचानक पेट में दर्द हुआ।स्वजन मुकेश को इलाज के लिए कुशीनगर स्थित सदर अस्पताल व सागर कुमार को गोरखपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए। वहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। सागर के पिता महातम बीन व मुकेश के पिता नंदलाल बीन ने बताया कि दोनों को बुखार था।
खाने के बाद पेट में दर्द होने के बाद अस्पताल में कराया गया भर्ती
खाने के बाद पेट में दर्द होने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र न ले जाकर उत्तर प्रदेश के अस्पताल ले जाया गया। वहां मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविंद्र कुमार मिश्रा ने दो सदस्यीय मेडिकल टीम को मौके पर भेजा।टीम के सदस्यों ने स्वजन से घटना के बारे में जानकारी ली। मुखिया प्रतिनिधि छेदीलाल प्रसाद का कहना है कि उन्होंने स्वजन से बात की। बताया कि दोनों को कंपकंपी के बाद पेट में दर्द हुआ। इसके बाद मौत हो गई।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए शीत लहर बेहद खतरनाक
शीतलहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गों को रहता है। अधिक ठंड होने से बच्चों में दम्मा या खांसी की बीमारी, निमोनिया, डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। अधिक ठंड लगने से हाइपोथेमिया नामक बीमारी हो सकती है। बुजुर्गों को ठंड लगने से लकवा मार सकता है। अधिक ठंड होने से मांसपेशियों में कंपन पैदा होता है। जिससे कंपकंपी आने लगती है दांत किटकिटाने लगते है। शीतलहर का प्रभाव हृदय, रक्त वाहिनियों पर पड़ता है।
शीत लहर से बचने के उपाय
शीत लहर के दौरान गर्म ऊनी कपड़े जरूर पहनने चाहिए और पूरे शरीर को ढक कर चलना चाहिए। खासकर कान, नाक और मुंह को मफलर या टोपी से ढक कर चलना चाहिए। सड़क पर चलते समय सावधानी बरतें। रोड के बहुत किनारे से भी नहीं चलें। अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलें।
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