Motihari News: किसान परेशान है! निजी भूमि के किराये के लिए 40 साल से भटक रहा, मंत्री-अफसरों से लगा चुका गुहार
Motihari News पूर्वी चंपारण के किसान प्रकाश कुमार 40 साल से अपनी निजी कृषि योग्य भूमि के किराए और मुआवजे के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने सिंचाई मंत्री जिलाधिकारी मुख्य अभियंता और कार्यापालक अभियंता तक गुहार लगाई है लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिली। इस बीच उनकी भूमि पर रखी ईंटों की नीलामी भी विभाग ने रद्द कर दी है। जानिए पूरा मामला।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले के आदापुर स्थित गम्हरिया कला गांव के किसान प्रकाश कुमार अपनी कृषि योग्य भूमि के किराया व मुआवजा के लिए दर-दर की ठोकर खाने को विवश है।
भूमि का किराया व मुआवजा के लिए प्रकाश सरकार के सिंचाई मंत्री, जिलाधिकारी, मुख्य अभियंता, कार्यापालक अभियंता तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अबतक इन्हें कहीं से भी राहत नहीं मिल सकी है।इस बीच नौ सितंबर को उक्त भूमि पर रखी गई ईंटों आदि की नीलामी होने थी। परंतु, इसे त्रिवेणी नहर प्रमंडल रक्सौल के कार्यपालक अभियंता ई. सुजीत कुमार ने रद्द कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि उक्त गांव निवासी किसान रधुनाथ प्रसाद ने वर्ष 1982 में विभागीय ईंट रखने के लिए अपनी 1.95 एकड़ निजी कृषि योग्य भूमि अस्थायी रूप से दो हजार रुपया मासिक किराया पर दी थी।चालीस वर्ष तक विभाग ने किसान को न तो किराया दिया और ना ही ईंट हटाई। इस बीच किसान रघुनाथ प्रसाद की मौत हो गई।
इधर, प्रकाश का परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा। इससे बच्चों की पढ़ाई व परिवार के बीमार सदस्य का ठीक से इलाज भी नहीं हो पा रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।