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Bihar Governor: बिहार के राज्यपाल आर्लेकर बोले- हमें भारत को सोने की चिड़िया नहीं, शेर बनाना है

Bihar News बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मंगलवार को मोतिहारी में थे। यहां उन्होंने महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय (एमजीसीयू) के दीक्षारंभ समारोह में शिरकत की। गवर्नर ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए नई शिक्षा पद्धति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें नौकरी देने वाला बनने की सलाह भी दी।

By Sanjay Kumar Singh Edited By: Yogesh Sahu Updated: Tue, 13 Aug 2024 07:31 PM (IST)
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Bihar News: एमजीसीयू के दीक्षारंभ कार्यक्रम काे संबोधित करते राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। Bihar News: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। इनके ही कंधों पर देश का भविष्य है, जिसमें हम विकसित राष्ट्र का सपना देखते हैं। उसे पूरा होना है।

देश के युवा उस क्षण के साक्षी बनेंगे जब हमारा देश 15 अगस्त 2047 तक विकसित राष्ट्र बन जाएगा। हमें अपने देश को सोने की चिड़िया नहीं, सोने का शेर बनाना है।

यह तभी संभव है जब देश का युवा दृढ़ संकल्पित होकर आगे बढ़ते हुए लक्ष्य को प्राप्त करे। वे मंगलवार को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय (एमजीसीयू) मोतिहारी की ओर से महात्मा गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित दीक्षारंभ कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित रहे थे।

जॉब गिवर बना रही नई शिक्षा पद्धति: राज्यपाल

Bihar News: राज्यपाल ने नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं से कहा कि अंग्रेजों द्वारा थोपी गई पुरानी शिक्षा पद्धति गुलामी वाली मानसिकता को मजबूत करने की रही है। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी कर सिर्फ नौकरी पाने की चाह रखते रहे हैं।

रोजगार प्रदाता बनने की सोच उनके अंदर पनप ही नहीं पाती है। मगर आज की नई शिक्षा पद्धति युवाओं को जॉब गिवर बना रही है, जॉब सीकर नहीं।

बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को मां सरस्वती की मूर्ति भेंट करते विवि के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव, साथ में खड़े सांसद राधामोहन सिंह।

नई सोच औ आत्मविश्वास से आगे बढ़ें

दीक्षारंभ कार्यक्रम का उद्देश्य भी यही है कि बच्चे नई सोच और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। विशिष्ट अतिथि व स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय का भौतिक स्वरूप तो सामने होगा ही मोतिहारी में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन भी आकार लेगा।

इससे पूर्व प्रेक्षागृह में राज्यपाल के प्रवेश के साथ ही एसएसबी की पाइप बैंड टीम ने राष्ट्रगान की धुन प्रस्तुत की। इसके बाद मंचासीन अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने राज्यपाल सहित अन्य अतिथियों का स्वागत पादप, मधुबनी पेंटिंग से सुसज्जित उतरीय स्मृति चिह्न, मां सरस्वती की मूर्ति आदि देकर किया।

मौके पर मुख्य कुलानुशासक प्रो. प्रसून दत्त सिंह, निदेशक अकादमिक प्रो. ब्रजेश पाडेय, डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी कांतेश कुमार मिश्र आदि थे।

पायलट की मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर गायब, मचा हड़कंप

Bihar News: राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग में काफी गहमागहमी रही। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बीच मेडिकल टीम के एक चिकित्सक के अनुपस्थित रहने के कारण काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही।

उनकी जगह तत्काल इमरजेंसी में बैठे एक अन्य चिकित्सक को डीपीएम व सीएस के निर्देश पर टीम के साथ जुड़ने के लिए रवाना किया गया। दरअसल, डॉ. जीडी तिवारी की टीम के साथ सर्किट हाउस में ड्यूटी थी, लेकिन वो नहीं पहुंचे थे।

इधर, हेलीकॉप्टर के पायलट की फिटनेस जांच की जानी थी। प्रशासन के संज्ञान में मामला आने के बाद हड़कंप की स्थिति बन गई। तत्काल इमरजेंसी में बैठे चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार को वहां भेजा गया।

इधर, प्रबंधक द्वारा कंट्रोल रूम में बैठे चिकित्सक डॉ. शशिशंकर शास्त्री को भी मौके पर बुलाया गया। जहां डॉ. शास्त्री ने मेडिकल फिटनेस की प्रक्रिया पूरी की।

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. श्रवण पासवान ने ड्यूटी पर नहीं पहुंचने वाले चिकित्सक डॉ. जीडी तिवारी से स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ ही तत्काल प्रभाव से उनके दो दिनों के वेतन पर रोक लगा दी है।

उधर, डॉ. जीडी तिवारी ने पूछने पर बताया कि कोर्ट के आदेश पर गवाही के लिए वे गोपालगंज गए थे। इसकी जानकारी पूर्व में ही उनके द्वारा अस्पताल उपाधीक्षक को दे दी गई थी।

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