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भारत-नेपाल बॉर्डर पर फल-फूल रहा था जाली नोटों का गोरखधंधा, गोरखपुर से होती थी कागज की सप्लाई; 4 धंधेबाज गिरफ्तार

जाली नोट के धंधेबाजों की गिरफ्तारी और नोट छापने की मशीन की बरामदगी के बाद पुलिस को पता चला है कि नोट छापनेवाले कागजात की आपूर्ति उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का धंधेबाज करता था। कागज देनेवाले की पहचान गोरखपुर निवासी सुजीत कुमार के रूप में की गई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पूर्वी चंपारण पुलिस की विशेष टीम उतर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में गोपनीय तौर पर छापेमारी कर रही।

By Sanjay K Upadhyay Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 08 Feb 2024 03:59 PM (IST)
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Fake Currency Network संकेत के लिए प्रयोग की गई फोटो।

संवाद सहयोगी, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। भारत-नेपाल सीमा से सटे जिले के रक्सौल व पड़ोसी जिला सिवान से हुई जाली नोट के धंधेबाजों की गिरफ्तारी और नोट छापने की मशीन व अन्य उपकरणों की बरामदगी के बाद पुलिस को पता चला है कि नोट छापनेवाले कागजात की आपूर्ति उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का धंधेबाज करता था। कागज देनेवाले की पहचान गोरखपुर निवासी सुजीत कुमार के रूप में की गई है।

उसकी गिरफ्तारी के लिए पूर्वी चंपारण जिला पुलिस की विशेष टीम गोरखपुर के अलावा उतर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में गोपनीय तौर पर छापेमारी कर रही है। सुजीत स्वयं कागज लेकर धंधेबाजों के ठिकानों पर पहुंचता था। पुलिस यह भी जानने की कोशिश में है कि सुजीत का कनेक्शन कहां-कहां है।

मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी चार तस्करों का सेलफोन खंगालने के बाद उनका कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस सभी नंबरों का सत्यापन कर रही है।

पुलिस के मुताबिक, जेल भेजे गए तस्करों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जानी है। इसके लिए जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।

एक फरवरी को पुलिस कार्रवाई में सामने आया था नेटवर्क

एक फरवरी को पुलिस ने रक्सौल के ब्लाक रोड में चार लाख तेरह हजार 800 के जाली नोट व एक किलो 20 ग्राम चरस के साथ सिवान निवासी मोहम्मद युसूफ को गिरफ्तार किया था।

उसकी निशानदेही पर सिवान जिला के नगर थानाक्षेत्र के राजेन्द्र स्टेडियम के पास पंच मंजिला मोहल्ला स्थित एक किराए के मकान से जाली नोट, नोट छापने का प्रिंटर व अन्य सामान के साथ सिवान के ही रवि कुमार, नीरज कुमार व सूरज कुमार को गिरफ्तार किया गया था।

गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि बिहार के अलावा देश उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व नेपाल में भी जाली नोट की आपूर्ति करते थे। सभी एक सौ और दो सौ के नोट छापते थे। अब पुलिस पूरे गिरोह को दबोचने के लिए सूक्ष्म जांच कर रही है।

पूर्वी चंपारण एसपी ने क्या कहा ?

‘ उत्तर प्रदेश के संभावित ठिकानों पर पुलिस की जांच चल रही है। इस कड़ी में जाली नोट के लिए कागज की आपूर्ति करनेवाले एक बदमाश का नाम सामने आया है। उसकी खोज में छापेमारी की जा रही है। पुलिस एक विशेष टीम बनी है। टीम शीघ्र सभी संबधित ठिकानों की खोज में निकलेगी।’-कांतेश कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक, पूर्वी चंपारण।

जाली नोट की जब्ती की पुरानी कहानी

06 जुलाई 2022 : छतौनी थाना की पुलिस ने आठ लाख जाली नोट प्रिंटर, लैपटाप पिस्टल व कारतूस के साथ दो तस्कर सीतामढ़ी के संदीप सहनी व राजेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया।

05 जुलाई 2023 : छतौनी थाना की पुलिस ने दो लाख 21 हजार जाली नोट व एक किलो 400 ग्राम मादक पदार्थ के सीतामढ़ी के नजमुद्दीन व जाहिर हुसैन को कार के साथ गिरफ्तार किया।

12 सितंबर 2023 : जितना थाना की पुलिस ने नेपाल से सटी भारतीय सीमा में बड़हरवा के पास से सौ रुपये के सौ जाली नोट के साथ नेपाल निवासी साहेब कुमार को गिरफ्तार किया।

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